नई दिल्ली। आज पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेसी नेता राहुल गांधी भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने देश में लोकतंत्र को खत्म कर दिया है। आज हर तबका डरा हुआ है।
मैने विदेशी ताकतों से मदद मांगी, मंत्रियों ने बोला झूठ
राहुल ने कहा कि मेरे बारे में मंत्रियों ने संसद में झूठ बोला। मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी। मैंने ऐसी कोई बात नहीं की है। मैंने स्पीकर से कहा कि संसद का नियम है कि अगर किसी सदस्य पर कोई आरोप लगाता है। उस सदस्य को जवाब देने का हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी, लेकिन उसका जवाब नहीं आया।
दूसरी चिट्ठी लिखी उसका जवाब नहीं आया। मैं स्पीकर के चैंबर में गया। मैंने कहा कि यह कानून है, नियम है। इन लोगों ने झूठा आरोप लगाया है। आप मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे। स्पीकर साहब मुस्कुराए और उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं कर सकता। फिर उसके बाद आप सबने देखा कि क्या हुआ
नया नहीं है मोदी और अदाणी का रिश्ता
राहुल गांधी ने कहा कि जो मीडिया रिपोर्ट से उन्होंने निकाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अदाणी का रिश्ता काफी पुराना है। जब मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे। रिश्ता तब से है। हवाई जहाज की फोटो मैंने दिखाई थी। जिसमें मोदीजी अपने दोस्त के साथ आराम से बैठे थे। ये सवाल मैंने पूछा। फिर मेरे बयान को संसद से हटा दिया गया। मैंने स्पीकर को डिटेल चिट्ठी लिखी पॉइंट बाय पॉइंट। मैंने कहा कि एयरपोर्ट्स अदाणी जी को रूल्स बदलकर दिए गए हैं। ये लीजिए रूल की कॉपी जिसे बदला गया। चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। आज भी किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
अदाणी की कंपनी में 20 हजार करोड़ रुपए किसने लगाए
मैंने आप सबसे काफी बार बोला है कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है और इसके हमको हर रोज उदाहरण मिल रहे हैं। सवाल मैंने एक ही पूछा, फाउंडेशन पर जाता हूं। अदाणी जी की शेल कंपनीज हैं। उसमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने इन्वेस्ट किया। यह अदाणी जी का पैसा नहीं है। अदाणी जी का इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस है। यह पैसा उनका नहीं है। मैंने पूछा कि यह 20 हजार करोड़ रुपये जो निवेश हुए हैं अदाणी जी की कंपनी में, वे किसके हैं। मैंने संसद में सबूत के साथ इस पर सवाल पूछा। इस पर भाजपा में भी तहलका मच गया था।