गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर में नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में आयोजित समारोह में भूपेंद्र पटेल को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई. नरेंद्र के भूपेंद्र ने लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. बता दें कि गुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी सभा में लोगों से अपील की थी कि इसबार नरेंद्र से बड़ी जीत भूपेंद्र को मिलनी चाहिए और वही हुआ, गुजरात में भाजप की यह सबसे बड़ी जीत साबित हुई.
यह लोग बने मंत्री
शपथ समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और यूपी सीएम योगी की मौजूदगी उल्लेखनीय रही. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ कुंवरजी बावलिया, मुलुभाई बेरा, कुबेर डिंडोर, भानुबेन बावरिया ने भी मंत्रिमंडल सदस्य के तौर पर शपथ ली. वहीँ हर्ष सांघवी और जगदीश विश्वकर्मा ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली. परसोत्तमभाई ओधवजीभाई सोलंकी, बच्चूभाई खाबाद, मुकेश पटेल, प्रफुल्ल पंशेरिया, भीखूसिंह परमार और कुंवरजी हलपति ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली.
आनंदीबेन लाई थीं राजनीति में
भूपेंद्र पटेल को गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल राजनीती में लेकर आईं. इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारी भूपेंद्र पटेल 90 के दशक में आनंदीबेन पटेल के साथ आए थे. आनंदीबेन को जब यूपी का राज्यपाल बनाया गया तो उन्होंने अपनी सीट भूपेंद्र पटेल के लिए ही छोड़ी. 2017 में वह पहली बार घाटलोडिया से विधायक चुने गए. पोरबंदर में अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करके बतौर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल बुलडोजर बाबा के तौर पर भी फेमस हुए. जैसे यूपी में मुख्यमंत्री योगी को बुलडोज़र बाबा भी कहा जाता है वैसे ही भूपेंद्र पटेल को बुलडोजर दादा भी कहा जाता है.