नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र का आज मंगलवार को दूसरा दिन है। सदन का काम सुचारू रूप से चल रहा है। अपना विरोध प्रकट करने के लिए आज मंगलवार को भाजपा विधायक काली पगड़ी बांधकर और काला कपड़ा पहनकर सदन पहुंचे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा पहुंचे और सीधे में सदन गए।
मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि देश में सवाल उठ रहा है कि दिल्ली में चुनी सरकार की चलनी चाहिए या एक व्यक्ति विशेष की। समय बहुत बलवान होता है कोई चीज हमेशा नहीं होती। बहुत सरकारें आईं और चली गईं। हो सकता है किसी दिन केंद्र में हमारी सरकार हो। दिल्ली में फिर एलजी हमारा होगा। उस दौरान दिल्ली में भाजपा या कांग्रेस की सरकार भी हो सकती है। मगर हमारा एलजी ऐसे काम कभी नहीं करेगा। हम चुनी सरकार की इज्जत करते है। दिल्ली में 2 करोड़ लोग निवास करते हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा, बच्चों जैसी शिक्षा दिल्ली के बच्चों को देना चाहता हूं। शिक्षा पर बहुत खर्च किया जा रहा है। अच्छे स्कूल बनाए हैं। अच्छे परिणाम आ रहे हैं। शिक्षा का स्तर उठाने को शिक्षकों को अच्छी ट्रेनिंग दी है। विदेशों में ट्रेनिंग दिलवाई है। ये पूरा परिवार हैं। बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहता हूं। मैंने अपने बच्चों को शिक्षा दी, वैसे देना चाहता हूं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, इसी कड़ी में टीचर को भेजा जा रहा था। हम 30 टीचर को विदेश भेजना चाहते हैं। हमारे शिक्षा मंत्री ने कह दिया हम भेज देंगे। लेकिन एलजी ने दो आपत्ति लगा दी। हम लाइसेंस बनाने जाते हैं तो बार आपत्ति लगा कर भ्रष्टाचार करते हैं।
सीएम केजरीवाल ने उपराज्यपाल को बेगाने की शादी में अब्दुल्ला दीवाना करार दिया। एलजी जो हमारे सिर पर आ कर बैठ गया। दिल्ली सरकार के कार्यों में अड़ंगा लगाते हैं। जबकि उनका कोई अधिकार भी नहीं है। हम तय करेंगे बच्चे कहां पढ़ेंगे। एलजी के पास पावर ही नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि तीन मुद्दों के अलावा उनके पास पावर नही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दो बार लिखा कि एलजी के पास पावर ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ‘उपराज्यपाल बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’है।