कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को कभी ‘चायवाला’ नहीं कहा और उनका यह दृढ़ विश्वास कि भाजपा नेता प्रधानमंत्री पद के लिए अनुपयुक्त हैं। अय्यर ने 2014 के आम चुनावों से पहले अपनी टिप्पणियों को लेकर उठे विवाद को अपनी पुस्तक ‘ए मेवरिक इन पॉलिटिक्स’ में संबोधित किया है। पुस्तक में अय्यर राजनीति में अपने शुरुआती दिनों, पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल, यूपीए-1 में मंत्री के रूप में अपने समय, राज्यसभा के कार्यकाल और फिर बाद की राजनीती के बारे में बात करते हैं।
मणिशंकर अय्यर ने लिखा कि उन्होंने तब मजाक में कहा था कि अगर चुनाव हारने के बाद भी मोदी चाय परोसना चाहें तोउनके लिए हम यहां कुछ व्यवस्था कर सकते हैं। तब इसे इसे दूसरे ढंग से प्रचारित किया गया और बताया कि कि मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते क्योंकि वह ‘चायवाला’ हैं।
अय्यर ने अपनी किताब में लिखा है, मैंने कभी मोदी को ‘चायवाला’ नहीं कहा और न ही कभी उनके ‘चायवाला’ होने का दावा किया, यही कारण था कि मैं मानता था कि वह कभी प्रधानमंत्री पद तक नहीं पहुंच पाएंगे। दरअसल, जिस व्यक्ति ने कहा कि वह एक ‘चायवाला’ हैं, वह खुद मोदी थे. अय्यर लिखते हैं कि मेरे भाषण का वीडियो अभी भी यूट्यूब पर उपलब्ध है, जिसे कोई भी देखना चाहे। मैंने अक्सर अपने मीडिया आलोचकों और यहां तक कि अपने पार्टी सहयोगियों को भी इसे देखने के लिए आमंत्रित किया है, लेकिन वे ऐसा नहीं करना चाहते क्योंकि वे इसे नहीं देखना चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, “वे अपने इस पूरी तरह के झूठे दावे पर अड़े हुए हैं कि मैंने मोदी को वास्तव में एक ‘चायवाला’ बताया था, जो इसलिए प्रधानमंत्री नहीं हो सकते।” मोदी द्वारा खुद को ‘चायवाला’ बताने की विडंबना उन्हें समझ में नहीं आई। अय्यर कहते हैं कि यह नहीं जानते हुए कि यह मुख्य मुद्दा बन जाएगा। उनका दावा है कि मोदी ने उनकी टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और दावा किया कि उन्होंने उन्हें ‘नीची जाति’ का व्यक्ति बताया था, जो ‘पूरी तरह से झूठ’ है।