अमित बिश्नोई
क़तर फुटबॉल के महाकुम्भ में अर्जेंटीना की सऊदी अरब के हाथों एक बुरे सपनो वाली शुरुआत, एक झटका जिसे उबरना किसी भी टीम के लिए बहुत मुश्किल था मगर लियोनेल मेसी और उनकी टीम ने उस बुरी याद को पीछे छोड़ते हुए आगे की ओर देखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब अर्जेंटीना फाइनल में है और मेसी के पास महान बनने का मौका। कोई भी फुटबॉलर बड़ा तो होता है लेकिन महान तभी बनता है जब उसकी झोली में विश्व कप का खिताब होता है. पेले और माराडोना महान इसलिए कहे जाते हैं क्योंकि उनके पास विश्व कप खिताब है. मेसी की विश्व कप में यह पांचवीं कोशिश है, विश्व कप का खिताब अभी उनसे दूर है यही वजह है स्टार से लीजेंड की दूरी अभी बरकरार है। 2014 में वो महान बनने के काफी करीब आ गए थे लेकिन तब जर्मनी ने उनसे यह मौका छीन लिया था.
लियोनेल मेस्सी पिछले दो दशक से स्टार से लीजेंड बनने का सपना देख रहे हैं यह सपना देखते देखते अब वो अपने कैरियर के अंत की ओर हैं, उनके पास यह आखरी मौका भी है क्योंकि इसके बाद वो विश्व कप में नहीं दिखेंगे। वो इस बारे में एलान भी कर चुके हैं, इसलिए अपने शानदार कैरियर का सुनहरा अंत करने के लिए उन्हें सिर्फ एक मैच और जीतना है, बस जो मेसी मैजिक इस विश्व कप में अबतक दिखा उसे बस एक मैच में और बरकरार रखना है. मेसी के फुटबाल कैरियर पर अगर नज़र डालें तो एक जुनून, जुझारूपन और जिजीविषा नज़र आती है. मेसी फ्रांस को पार पा कर 18 दिसंबर को फुटबाल की किवदंती बन सकते हैं और अपना नाम महान पेले और डिएगो माराडोना जैसे खिलाड़ियों की सूची में दर्ज करा सकते हैं. 1986 में अर्जेंटीना ने जब खिताबी जीत हासिल की तब माराडोना महान बन गए, अर्जेंटीना वालों के लिए भगवान बन गए लेकिन मेसी अभी इन उपाधियों से महरूम हैं।
कामयाबियों और उपलब्धियों की अगर बात करें तो न ख़त्म होने वाला एक सिलसिला है. एक फुटबॉलर के रूप में मेसी के पास 6 यूरोपियन गोल्डन शूज़ हैं, एक ही क्लब (बार्सिलोना) के साथ 35 खिताब हैं, एक ही क्लब के लिए सबसे ज़्यादा (672) गोल हैं, ला लीगा में 474 गोल हैं, अर्जेंटीना के लिए सर्वाधिक वर्ल्ड कप गोल हैं, सर्वाधिक मैच हैं. लेकिन नहीं है तो बस विश्व कप को चूमते हुए एक तस्वीर नहीं है. स्टार मेसी के फ़ुटबाल जीवन का यह बहुत बड़ा खालीपन है और इस खालीपन को भरने का आखरी मौका भी.
क़तर विश्व कप में अर्जेंटीना और मेसी बड़ी उम्मीदों से आये थे मगर आते ही जो झटका लगा वो मेसी और अर्जेंटीना के लिए एक wakeup कॉल साबित हुआ क्योंकि फिर जीत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जिसके लिए लियोनेल मेसी विख्यात हैं, अर्जेंटीना को फाइनल में पहुंचाने में मेसी मैजिक का बहुत बड़ा हाथ है हालाँकि उनको टीम के युवा अल्वारेज़ से भी भरपूर सहयोग मिला जिसे अर्जेंटीना का दूसरा मेसी कहा जा रहा है, हो सकता है कि मेसी विश्व कप का खिताब जीतकर अपनी विरासत को एक होनहार खिलाडी के सिपुर्द करें, विरासत सौंपने का इससे अच्छा तरीका और मौका क्या हो सकता है.
18 दिसंबर को क़तर के अलदयेन शहर के लुसैल स्टेडियम में भारतीय समय के अनुसार रात साढ़े आठ बजे जब लियोनेल मेसी एम्बापे की फ़्रांसिसी आर्मी के सामने उतरेंगे तो एक ज़ोरदार टकराव देखने को मिलेगा। फ़ाइनल में मेसी सूत्रधार की भूमिका में दिखाई देंगे या फिर अटैकर के रूप में यह तो समय ही बताएगा लेकिन अर्जेंटीना अगर 1986 के बाद विश्व कप का खिताब जीतने में कामयाब होता है तो उसमें मेसी का बहुत बड़ा हाथ होगा फिर वो चाहे मौका बनाने वाले के रूप हो या फिर मौका भुनाने वाले के रूप में. लियोनेल मेसी ने फ़ुटबाल के लिए इतना कुछ किया है, इतना कुछ हासिल किया है, उसे देखते हुए पूरी दुनिया में फ़ुटबाल प्रेमियों की दुआएं भी मेसी के साथ होंगी। आखिर में मैं बस इतना कहूंगा कि मेसी जैसा फुटबॉलर विश्व कप ट्रॉफी को अपने हाथों में लेकर उसे चूमना डिज़र्व करता है.