मेरठ। मेरठ मंडल में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मेरठ मंडल में सबसे अधिक कोरोना मरीज गाजियाबाद में मिल रहे है। गाजियाबाद में अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 60 के पार हो चुकी है। जबकि मेरठ में कोरोना के 6 मरीज है। पश्चिम यूपी में कोरोना संक्रमण फिर से फैल रहा है।
कोरोना के मरीज हर दिन बढ़ रहे हैं। मेरठ में अभी तक करीब 400 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। जिसमें छह मरीज कोरोना सक्रमित पाए गए हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में है। मेरठ मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि नए मरीज मवाना और दौराला में पाए गए हैं।
इससे पहले कोरोना के तीन मरीज मिले थे। इस तरह पिछले दो दिनों में कोरोना के छह मरीज मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के फिर से खतरे को देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए 10 और 11 अप्रैल को मेरठ मंडल के जिलों में मॉक ड्रिल कराया जाएगा। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज के अलावा निजी अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज के लिए अलग से वार्ड के इंतजाम किए गए हैं।
बूस्टर डोज के लिए वैक्सीन नहीं
बूस्टर डोज के लिए मंडल के किसी भी जिले में वैक्सीन नहीं है। पिछले दो महीने से टीकाकरण भी बंद है। जनवरी में 22000 डोज आई थीं। इसके बाद से वैक्सीन नहीं आई है। अब तक यहां 3018317 लोगों को पहला टीका लग चुका है। जबकि 2762315 को दोनों टीके लगे हैं। इनके अलावा 750039 लोग ऐसे भी हैं, जिनके तीनों टीके लग चुके हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया कि वैक्सीन के लिए अभी कोई निर्देश नहीे आया है। शासन से कोई वैक्सीन नहीं मिली है। ऐसा ही गाजियाबाद का है। जहां पर कोरोना के सबसे अधिक मरीज है। गाजियाबाद में अब तक कोरोना के 60 मरीज मिल चुके है।
मास्क ही कोरोना से बचाव
चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क ही एकमात्र उपाय है। कोरोना से अधिक घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बस सावधानी की जरूरत है। इसके लिए लोग मास्क का उपयोग करें और साफ-सफाई पर ध्यान दें। खांसी-जुकाम और बुखार है तो डाक्टर से परामर्श लें।