उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव का नज़ारा ही अलग है, अखिलेश यादव ने अभी तक ढेर सारे उम्मीदवारों को टिकट देकर उनका टिकट काटा लेकिन बसपा प्रमुख मायावती तो उनसे भी एक कदम आगे निकल गयी हैं. मायावती ने अपने झाँसी के उम्मीदवार का न सिर्फ टिकट काटा बल्कि उसे पार्टी से भी निष्काषित कर दिया है. इस चुनाव में अभी तक की ऐसी पहली घटना है जब टिकट छीनने के साथ किसी प्रत्याशी को पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया हो.
बसपा प्रमुख ने ये कार्रवाई झाँसी से पार्टी प्रत्याशी राकेश कुशवाहा के खिलाफ की, उनपर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया और उनका टिकट भी काट दिया। राकेश कुशवाहा को अभी एक हफ्ता पहले ही बसपा ने झाँसी से उम्मीदवार घोषित किया था। मिली जानकारी के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती ने राकेश कुशवाहा के खिलाफ ये कार्रवाई पार्टी को गलत जानकारी देने को लेकर की है. बताया जा रहा है कि बसपा का टिकट हासिल करने के लिए राकेश कुशवाहा ने पार्टी को गुमराह किया और खुद को बसपा का पुराना कार्यकर्ता बताते हुए चुनाव लड़ने का मौका माँगा। पार्टी ने उनकी वरिष्ठता और अनुभव को देखते हुए उन्हें प्रत्याशी घोषित किया लेकिन टिकट मिलने के बाद राकेश कुशवाहा अपने चुनावी क्षेत्र में सक्रीय नज़र नहीं आये. चुनाव प्रचार को लेकर भी उनका रवैया काफी ढीला ढाला दिखाई दे रहा था, ऐसा लग रहा था कि राकेश कुशवाहा ने सिर्फ उम्मीदवार बनने के लिए ही टिकट हासिल किया था न कि चुनाव लड़ने और जीतने के लिए.
इस बारे में मायावती के पास कुशवाहा की कई शिकायतें आयी और जांच के बाद उसमें सच्चाई पायी गयी और ये भी पता चला कि राकेश कुशवाहा बसपा के नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के सदस्य रहे हैं. इस बात का पता चलते है मायावती ने राकेश कुशवाहा का न सिर्फ टिकट काटा बल्कि उन्हें पार्टी से भी निकाल दिया. बता दें कि झाँसी में पांचवें चरण के दौरान 20 मई को वोट पड़ेंगे.