उत्तर प्रदेश विधानसभा की रिक्त 10 सीटों में 9 पर उपचुनाव होने जा रहे हैं जिसके लिए मुख्य मुकाबला एकबार फिर NDA और INDIA गठबंधन यानि सपा-कांग्रेस के बीच बताया जा रहा है लेकिन बहुजन समाज पार्टी इन उपचुनावों में अकेले अपना दम दिखाने जा रही है, बसपा प्रमुख मायावती ने स्पष्ट रूप से एलान कर दिया है कि अब न ही राष्ट्रीय स्तर पर और न ही राज्य के स्तर पर किसी भी पार्टी से कोई गठबंधन किया जायेगा। इस बीच बसपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी शुरू कर दी है.
बसपा ने संभल के रफतउल्लाह उर्फ नेता छिद्दा को कुंदरकी विधानसभा से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है, यानि कि मायावती ने एक बार फिर मुस्लिम उम्मीदवार को उतारकर मुस्लिम वोटरों पर भरोसा जताया है, हालाँकि लोकसभा चुनाव में यूपी बुरी तरह शिकस्त खाने के बाद मायावती ने खुले आम मुसलमानों पर धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि भविष्य में उन्हें सोचना पड़ेगा कि इस समुदाय पर कितना भरोसा किया जाय.
जहाँ तक रफतउल्लाह की बात है तो उन्होंने पहली बार बीएसपी के टिकट पर संभल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। तब से वह लगातार बीएसपी के साथ बने हुए हैं। साल 2012 और 2017 में भी उन्होंने बीएसपी के टिकट पर संभल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी । 2022 में रफतउल्लाह ने असमोली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा मगर हार का सामना करना पड़ा। वहीँ इस सीट से सपा और कांग्रेस में कौन चुनाव लड़ेगा अभी साफ़ नहीं हुआ है. समाजवादी पार्टी ने जिन 6 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है उसमें कुंदरकी सीट का नाम नहीं है, इसका मतलब इस सीट से कांग्रेस का उम्मीवार उतर सकता है, बता दें कि बुधवार को श्रीनगर में अखिलेश और कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच सीट बंटवारे का फार्मूला तय हुआ जिसमें कांग्रेस दो सीटें दी गयी हैं, इसका मतलब सपा सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।