महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुंबई के विभिन्न हिस्सों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और “बटेंगे तो कटेंगे” नारे वाले पोस्टर देखे जा रहे हैं। इन पोस्टरों का मकसद आगामी चुनाव में भाजपा समर्थक वोटों के बंटवारे को रोकना है। एक स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता का कहना है कि विपक्ष राजनीतिक चालें चल रहा है और हम अपने अभियान के माध्यम से इसका जवाब दे रहे हैं। राज्य में उत्तर भारतीय लोग योगी आदित्यनाथ और उनके नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ पर विश्वास करते हैं। इसलिए हमने विपक्ष की चालों का जवाब देना शुरू कर दिया है।
भाजपा के इस स्थानीय नेता विश्वबंधु राय बताया कि हमने देखा है कि कैसे हरियाणा में लोग भाजपा के समर्थन में एकजुट हुए। इसी तरह, हम इसे महाराष्ट्र में भी लागू करने जा रहे हैं। हालांकि मुंबई भाजपा प्रमुख आशीष शेलार का कहना है कि भाजपा ने पोस्टर नहीं लगाए हैं और विश्वबंधु राय पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं। लेकिन उन्होंने ये कहने से गुरेज़ नहीं किया महाराष्ट्र की एक बड़ी आबादी को लगता है कि अगर वोटों का बंटवारा हुआ तो समाज को नुकसान होगा।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को स्वतंत्रता से जोड़ दिया, उन्होंने कहा कि जब भारत को आज़ादी मिली तब देश का विभाजन हुआ। लोगों ने विभाजन की भयावहता देखी। यह ‘बटेंगे तो कटेंगे का नारा उस भावना को दर्शाता है कि हमें इसे फिर से होने से रोकना चाहिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगस्त में बांग्लादेश में उथल-पुथल का हवाला कहा था कि बाटेंगे तो कटेंगे! एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। अगर हम विभाजित होंगे तो हम नष्ट हो जाएंगे।