उत्तर प्रदेश में 50 फ़ीसदी महिला वोटर, मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट पर भी महिला मतदाताओं की रहेगी अहम भूमिका
- युवाओं की भी बढ़ी हिस्सेदारी, 18 फीसदी युवा तय करेंगे चुनाव का रुख
आगामी लोकसभा चुनावों में महिलाओं की भूमिका इस बार निर्णायक साबित होगी। प्रत्याशियों के भविष्य की बागडोर महिला मतदाताओं के हाथ में है। इसी के मद्देनजर राजनैतिक दल उन्हें साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आधी आबादी के सहारे सभी दल विजय पताका फहराने की कवायद में हैं। आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में ही महिला वोटर्स की संख्या कुल मतदाताओं की 50 फ़ीसदी है।वहीं पश्चिमी यूपी में मेरठ हापुड़ सीट पर इस बार महिला मतदाताओं की स्थिति काफी मजबूत है।
यूपी में 7.17 करोड़ महिला मतदाता
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कल 15.34 करोड़ मतदाता दर्ज किए गए हैं। इनमें महिलाओं की आबादी 50% है, यानी 7.17 करोड़ महिलाएं इस बार चुनाव में अपने मत का प्रयोग करेंगी। राजनीतिक विश्लेषण के अनुसार बीते कुछ चुनावों में महिलाओं द्वारा मजबूती से अपने मतों का प्रयोग किया गया। उत्तर प्रदेश में महिला मतदाताओं का वोट प्रतिशत तेजी से बढ़ा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में आधे से अधिक महिला मतदाताओं ने मतदान किया था। आंकड़ों के अनुसार कुल 63.31 प्रतिशत महिलाओं ने वोट दिया था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में यह आंकड़ा काफी तेजी से बढ़कर 67.18% पहुंच गया था। आंकड़ों से स्पष्ट है कि महिलाएं पूरी मजबूती के साथ राजनीतिक दलों की दशा और दिशा बदलने की कुव्वत रख रही हैं। राजनीतिक दल भी यह समझ चुके हैं कि महिला मतदाताओं का चुनाव में उनके पक्ष में होना उन्हें सत्ता में लाने के लिए बेहद जरूरी है।
मेरठ सीट पर भी बढ़ी महिलाओं की संख्या
मेरठ विधानसभा सीट पर भी महिलाओं की स्थिति काफी मजबूत हुई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस बार करीब 91 हजार नए वोटर्स जोड़े गए हैं। इनमें 48 हजार 576 महिलाएं हैं, यानी महिलाओं का प्रतिशत 53.6 फीसदी है। वहीं पुरुषों का आंकड़ा 46.4 फीसदी हैं। स्पष्ट है कि इस सीट पर भी आने वाले चुनाव में महिलाएं ही राजनीतिक दलों की हार जीत का फैसला करेंगी।
युवाओं की भी बढ़ी ताकत
आगामी चुनाव में युवा मतदाताओं की हिस्सेदारी भी काफी अहम रहने वाली है। मेरठ हापुड़ सीट की बात करें तो यहां पर इस वर्ष 18.9 फ़ीसदी युवा चुनाव में भाग लेंगे। आंकड़ों के अनुसार 18 से 29 साल के तकरीबन 27 लाख मतदाता इस बार वोट करने जा रहे हैं युवा मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए राजनैतिक दल इन्हें रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही हैं। आंकड़ों के मुताबिक 18 से 29 वर्ष के पांच लाख सात हजार 248 युवा मतदाता वोट करेंगे।