नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रहों की चाल का प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है। सभी नौ ग्रहों में शनि ग्रह को कर्मफलदाता और न्याय का देवता माना है। शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। शनि किसी एक राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहते हैं। शनि इस समय कुंभ राशि में मौजूद हैं। शनिदेव आने वाले दिनों में उल्टी चाल से चलने लगेंगे। बता दें कि शनि 17 जून 2023 को रात 10 बजकर 48 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे। शनि यहां पर 4 नवंबर 2023 को सुबह 8 बजकर 26 मिनट तक वक्री रहेंगे, फिर इसके बाद मार्गी हो जाएंगे।
शनि के वक्री होने से कुछ राशि वालों के लिए परेशानियां बढ़ सकती हैं
मेष राशि
शनि के कुंभ राशि में उल्टी चाल चलने से मेष राशि के जातकों पर कुछ परेशानियां पैदा हो सकती हैं। कार्यों में असफलताएं प्राप्त होंगी। धन हानि संभावना है। किसी मुद्दे पर दूसरे पक्ष के साथ वाद-विवाद हो सकता है। वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा हो सकता है।
वृषभ राशि
राशि में शनि का वक्री होना दसवें भाव को प्रभावित करेगा। ऐसे में आने वाला समय चुनौतियों से भरा रहने वाला होगा। नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जो लोग किसी काम-धंधे में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। सेहत में गिरावट के भी संकेत हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के ऊपर इस समय शनि की ढैय्या चल रही है ऐसे में शनि का वक्री होना अच्छा संकेत नहीं है। आपकी राशि में शनि आठवें भाव वक्री हो रहे हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धन की हानि होने और किसी के साथ बहस बाजी हो सकती है।
तुला राशि
शनि का वक्री होना मुश्किलों को बढ़ा सकता है। नौकरीपेशा जातकों नौकरी में इस दौरान विशेष सावधानी बरतनी होगी। व्यापार में लगे हुए लोगों का धन हानि की संभावना है। सेहत में गिरावट भी देखने को मिल सकती है।
कुंभ राशि
शनिदेव इसी राशि में वक्री हो रहे हैं। ऐसे में इनका नकारात्मक प्रभाव पड़ने के आसार ज्यादा है। शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। करियर को लेकर थोड़ा सचेत रहना होगा।