नई दिल्ली। इस बार गंगा सप्तमी पर 110 साल बाद दुर्लभ योग बन रहे हैं। गंगा सप्तमी को गंगा जयंती भी कहा जाता है। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को हर साल मनाया जाने वाला हिंदू त्योहार है। यह पवित्र गंगा नदी की जयंती का प्रतीक है। माना जाता है कि वह इसी दिन पृथ्वी पर गंगा अवतरित हुई थी। गंगा सप्तमी के शुभ दिन पर, भक्त गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं। इस साल यह पर्व पंचांग के अनुसार 27 अप्रैल को पड़ रहा है। इस वर्ष गंगा सप्तमी के दिन तीन अत्यंत शुभ योग पड़ रहे हैं। बताया जाता है कि ये योग पूरे 110 साल बाद लग रहे हैं।
गंगा सप्तमी 2023 तिथि मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 26 अप्रैल दिन बुधवार को प्रात: 11 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होकर 27 अप्रैल दिन गुरुवार को दोपहर 01 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगी।
गंगा सप्तमी 2023 पूजा मुहूर्त
27 अप्रैल को मां गंगा की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजे से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक है। इस दौरान आप पवित्र नदी में स्नान, पूजा और दान-पुण्य कर सकते हैं।
गंगा सप्तमी पर शुभ योग
इस साल गंगा सप्तमी पर तीन शुभ योग बन रहे हैं। गंगा सप्तमी को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है, जबकि अमृत सिद्धि योग 28 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 43 मिनट तक है। तीसरा गुरु पुष्य योग भी सुबह 7 बजे से अगले दिन सुबह 05 बजकर 43 मिनट तक बना है। गंगा सप्तमी को सुबह 7 बजे तक पुनर्वसु नक्षत्र है और उसके बाद पूरे दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा।