देहरादून। दो साल बाद शुरू हुई उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर इस बार श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। लेकिन अब तक तीस तीर्थयात्रियों की हुई मौत ने उत्तराखंड सरकार को हिला कर रख दिया है। देश भर से बड़ी संख्या में उत्तराखंड पहुंच रहे श्रद्धालु की सुविधाओं में सरकार इन मौतों के बाद अब नाकाम दिख रही है। 30 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत के बाद अब सरकार हर लेवल पर इंतजाम करने में जुट गई है।
Also Read : BJP Leader Murder : खनन कारोबार में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या, गोली मारने वाला नजदीकी दोस्त
हालांकि चार धाम यात्रा की तैयारी पर्यटन विभाग को पहले करनी चाहिए थी लेकिन वह इसमें फेल साबित हुआ। तीर्थ यात्रियों की मौत के बाद अब सीएम पुष्कर सिंह धामी की सख्ती के बाद स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। इस यात्रा को सरकार ने प्रतिष्ठा का सवाल बनाते हुए चौकस व्यवस्था बनाने के लिए संबंधित विभागों को काम के तरीके में बदलाव के निर्देश दिए।
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन सेन्टर पर हेल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा अब शुरू की है। जहां डॉक्टर और पैरामेडिलक स्टॉफ तैनात रहेगा। अब तीर्थ यात्रियों केा शारीरिक अस्वस्थता पर यात्रा में जाने से मना किया जा रहा है। अब सरकार की प्राथमिकता चारधाम यात्रा में व्यवस्था से लेकर सुरक्षित यात्रा संम्पन्न करवाना है। लेकिन शुरूआती लापरवाहियों के कारण कई तीर्थ यात्री मौत के मुंह में चले गए। लेकिन सरकार अब इन दिक्कतों से सबक लेते हुए व्यवस्था को पटरी पर ला रही है। इसी को लेकर अब विभाग मश्क्कत कर रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि चारधाम यात्रा को पूरी तरह से सरक्षित और सफल हो।
Also Read : Land Mafia Yashpal Tomar : वो अरबपति गैंगस्टर जिसने खाकी और लड़कियों के काकटेल पर खड़ी कर ली अकूत दौलत