ऋषिकेश। आज सुबह अंकिता भंडारी का शव बरामद होने के बाद उसको पोस्टमार्टम के लिए एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया।एम्स ऋषिकेश में पोस्टमार्टम के बाद अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को श्रीनगर गढ़वाल उनके पैतृक घर के लिए रवाना किया गया। इस दौरान ऋषिकेश एम्स मोर्चरी में मौजूद आक्रोशित नागरिकों ने एंबुलेंस को रोकने का प्रयास किया। लोगों की मांग थी कि पहले अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। उसके बाद ही उसका दाह संस्कार किया जाए। शनिवार शाम करीब चार बजे के लगभग अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद मोर्चरी से बाहर लाया गया। अंकिता के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस में रखा गया तो पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद नागरिकों ने एंबुलेंस के आगे आकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
उनका कहना था कि अंकिता के साथ क्या हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या बात सामने आई है। इसको सार्वजनिक किया जाए। सभी लोग ये जानने की कोशिश में थे। पुलिस तथा प्रशासन ने भीड़ को समझाने की कोशिश की। लेकिन आक्रोशित भीड़ पर उनका कोई असर नहीं हुआ। जिसके बाद पुलिस ने किसी तरह से भीड़ को हटाकर एंबुलेंस को एम्स परिसर से बाहर भेजा। इस दौरान नागरिकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्थिव शरीर के साथ अंकिता के पिता तथा भाई एंबुलेंस में ही रवाना हुए हैं।
अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि उनकी बेटी को दरिंदों ने मार दिया है। इसके लिए वह दरिंदों के लिए फांसी की सजा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो तथा नागरिकों के सहयोग से उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियो को फांसी की सजा मिलनी चाहिए, जिससे कोई और बेटी इस तरह की दरिंदगी का शिकार ना बने।