उत्तर प्रदेश भाजपा के अंदर चल रही रार बजाय घटने के लगातार बढ़ती नज़र आ रही है, यूपी सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जो मोर्चा खोला है उससे वो पीछे हटते हुए नज़र नहीं आ रहे हैं बल्कि योगी के खिलाफ अपने हमलों को और भी तेज़ कर दिया है, ऐसा लग रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य अब करो या मरो की लड़ाई में उतर गए हैं. आज एक बार फिर उन्होंने योगी आदित्यनाथ का सीधे तौर पर नाम लिए बिना कहा कि चुनाव पार्टी लड़ती है और पार्टी ही जीतती है, इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार को अतिआत्मविश्वास भी बताया।
केशव प्रसाद मौर्या आज लखनऊ में विश्वेश्वरैया भवन, में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति में बोल रहे थे, इस बैठक में दुसरे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद थे जिसके बारे में कहा जा रहा कि वो भी योगी के खिलाफ केशव प्रसाद मौर्य से हाथ मिला चुके हैं, बैठक में पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप व वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे। कहा जा रहा है कि इन दिनों केशव प्रसाद मौर्या पार्टी के अंदर और पार्टी के बाहर पिछड़ा वर्ग के नेताओं से मुलाक़ात कर रहे हैं. इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आना था लेकिन उनके आने से पहले ही उनके दोनों उपमुख्यमंत्री बैठक से बाहर निकल गए.
बैठक में केशव प्रसाद ने एकबार फिर संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा बड़ा रहेगा की बात कही और ये भी कहा कि पहले वो पार्टी कार्यकर्ता हैं और बाद में उपमुख्यमंत्री। उन्होंने याद दिलाया कि मोदी जी को 2014 में प्रधानमंत्री बनाने में कार्यकर्ताओं का ही योगदान था. कार्यकर्ताओं की बदौलत 2014 और 2019 में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला। केशव प्रसाद ने ये भी कहा कि 2022 में प्रदेश में भाजपा को विजय दिलाने और योगी जी को एकबार फिर मुख्यमंत्री बनाने में इन्हीं कार्यकर्ताओं का ही हाथ था. केशव प्रसाद ये याद दिलाना नहीं भूले कि चुनाव पार्टी लड़ती है और पार्टी ही जीतती है.