प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपने अपार प्रेम और अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर अभिनेत्री से राजनेता बनी कंगना रनौत इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में हैं, जिसमें उनके मुताबिक उन्होंने अपनी सारी संपत्ति दांव पर लगा दी है। इस फिल्म का ट्रेलर हाल ही में लॉन्च हुआ, कंगना की यह फिल्म भी उनकी तरह विवादों से घिरती नजर आ रही है।
दरअसल, पंजाब की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर रोक लगाने की मांग की है और साथ ही कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी मांग की है। आपको बता दें कि इस फिल्म में कंगना ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है और यह फिल्म अगले महीने 6 सितंबर को रिलीज होने जा रही है।
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी का कहना है कि भारत सरकार को सिखों के चरित्र को गलत तरीके से पेश करने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर तुरंत रोक लगानी चाहिए। उनका कहना है कि इस फिल्म में सिखों के चरित्र को गलत तरीके से पेश किया गया है, जिससे सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, इसलिए फिल्म पर रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अभिनेत्री ने सिखों को गलत तरीके से पेश करने की नीयत से जानबूझकर यह फिल्म बनाई है, जिसे सिख समुदाय बर्दाश्त नहीं कर सकता।
एसजीपीसी के अध्यक्ष ने कहा कि फिल्म के कई दृश्यों से साफ है कि सिखों के चरित्र को जानबूझकर गलत तरीके से पेश किया गया है और उन्हें आतंकवादी के तौर पर दिखाया गया है।
वहीं बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने भी फिल्म का विरोध किया है। सांसद ने कंगना रनौत को सिख विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर रोक लगाने की मांग की। उनका कहना है कि सिखों को बदनाम करने वाली ऐसी फिल्म की रिलीज से देश का माहौल खराब हो सकता है। फिल्म में अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण की भूमिका में, श्रेयस तलपड़े अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका में और अशोक छाबड़ा मोरारजी देसाई की भूमिका में नजर आएंगे।