जम्मू-कश्मीर के सात जिलों के सभी 40 विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सुबह 11 बजे तक 28.12 प्रतिशत मतदान हुआ। कश्मीर संभाग के कुपवाड़ा, बारामुल्ला और बांदीपोरा तथा जम्मू संभाग के जम्मू, उधमपुर, कठुआ और सांबा जिलों के 40 विधानसभा क्षेत्रों के सभी 5,060 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया।
मतदान के लिए लोग लंबी कतारों में खड़े होकर बेसब्री से इंतजार करते नजर आए। जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और केंद्रीय पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की मौजूदगी में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं, ताकि पूरे क्षेत्र में सुचारू और सुरक्षित मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
इस चरण में 415 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। अंतिम चरण में कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के भाग्य का फैसला होगा, जिनमें 17 पूर्व मंत्री, आठ पूर्व विधायक और चार अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने चुनावी दौड़ में शामिल होने के लिए सेवाओं से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली है।
कश्मीर संभाग में शीर्ष दावेदारों में पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग और पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन, सज्जाद लोन, सैयद बशारत बुखारी, गुलाम हसन मीर और इमरान अंसारी शामिल हैं, जो पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अपनी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) जैसी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
जम्मू से प्रमुख चेहरे हैं, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद (छंब), मुला राम (मढ़), शाम शर्मा और अजय साधोत्रा (जम्मू उत्तर), देवेंद्र राणा (नगरोटा) के साथ-साथ रमन भल्ला और चौधरी घारू राम (जम्मू दक्षिण-आरएस पुरा) सहित अन्य वरिष्ठ राजनेता भी जीत के लिए जोर लगा रहे हैं।
उल्लेखनीय उम्मीदवारों में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव नरिंदर सिंह और पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा शामिल हैं, जो क्रमशः जम्मू दक्षिण-आरएस पुरा और नगरोटा से चुनाव लड़ रहे हैं। दौड़ में अन्य प्रमुख नेताओं में बलवंत सिंह मनकोटिया (चेनानी), चौधरी लाल सिंह (बसोहली) और हर्षदेव सिंह (चेनानी) शामिल हैं।