प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बिहार के नवादा में रैली करने के बाद पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी पहुंचे जहाँ उन्होंने टीएमसी को सबक सिखाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि टीएमसी चाहती है कि उसके भ्रष्ट्राचारी नेताओं को आतंक का लाइसेंस मिले, वो जाँच एजेंसियों पर हमले करवाती है, इसलिए एक-एक पोलिंग बूथ में टीएमसी की जमानत जब्त होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री में टीएमसी को संविधान कूचलने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि संदेशखाली में मा-बहनों के साथ जो अत्याचार हुआ उसे पूरे देश ने देखा। प्रधानमंत्री ने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों से पूछा क्या संदेशखाली के अपराधियों को सजा मिलनी चाइये या नहीं चाइये। ऐसे लोगों को जेल भेजा जाना चाइये या नहीं चाइये। इसके बाद प्रधानमंत्री अपनी गारंटी पर आ गए और बोले मैं आज बंगाल की धरती से गारंटी देता हूं कि जिन लोगों ने भ्रष्ट्राचार करके पैसा जमा किया है वह पैसे में गरीब लोगों को लौटाऊंगा। प्रधानमंत्री ने कुछ इसी तरह की गारंटी आज से 10 वर्ष पूर्व भी दी थी, तब कहा था कि वो देश के बाहर जमा काला धन वापस लाएंगे और सभी लोगों के खाते में 15-15 लाख रूपये डाले जायेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले ही जलपाईगुड़ी में तूफान से जान-माल का भारी नुकसान हुआ, बहुत से लोगों ने अपनों को खोया, उनके प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। बता दें कि ममता सरकार ने केंद्र सरकार पर तूफ़ान पीड़ितों की मदद न करने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री ने कहा देश के हर गरीब का सशक्तिकरण बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है लेकिन गरीब कल्याण की मोदी की योजनाओं पर टीएमसी सरकार ब्रेक लगा देती है, हालाँकि ममता सरकार केंद्र पर पश्चिम बंगाल को लेकर लगातार भेदभाव करने के आरोप लगाती है.