चीन में शनिवार को कोरोना के सात हज़ार से अधिक मामले सामने आए, लेकिन जमीनी हकीकत आंकड़े से मेल नहीं खा रही है क्योंकि कई रिपोर्टों के अनुसार चीन के अस्पतालों में कोरोना की दवाएं खत्म हो गई हैं, घरेलू कोविड टीका नए ओमिक्रॉन वेरिएंट जैसे BF.7 के खिलाफ अप्रभावी बना हुआ है. इन सबके के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल पर शनिवार को देश के नागरिकों को संबोधित किया और इस बात को स्वीकार किया कि चीन में कोविड की लहर नए चरण में प्रवेश कर गई है, जिनपिंग ने कहा कि बहुत सी चुनौतियों पर विजय हासिल की है लेकिन यह किसी के लिए भी आसान यात्रा नहीं रही.
WHO को अधिकारीयों से मिली बात करने की इजाज़त
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन को चीन ने अपने अधिकारियों से बात करने की अनुमति दे दी है . जिनपिंग ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना के आने के बाद से सरकार ने लोगों के जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा कि अधिकतम संभव सीमा तक लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए कोविड के खिलाफ सख्त और जरूरी कदम उठाए गए. कोरोना की वजह से जिंदगी के प्रति सुरक्षा को चीन में एक नया आयाम मिला है. नए दौर में प्रवेश करने के साथ ही हमें अपनी सुरक्षा को लेकर और अधिक सचेत होने की जरूरत है.
मोरक्को ने चीनी यात्रियों पर लगाया प्रतिबन्ध
इधर मोरक्को ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, फ्रांस, इटली, अमेरिका जापान और कनाडा सहित कई यूरोपीय देशों ने घोषणा की है कि चीनी यात्रियों को देश में आने के लिए निगेटिव रिपोर्ट की ज़रुरत होगी। भारत ने भी चीन समेत कई देश के यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट ज़रूरी कर दिया है. WHO ने इन देशों के इस कदम का यह कहते हुए समर्थन किया है कि बीजिंग कोरोना के मामलों पूरी जानकारी नहीं उपलब्ध करा रहा है इसलिए इन देशों की चिंता वाजिब है.