प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत का रक्षा क्षेत्र में परिवर्तन इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक सही योजना और साझेदारी संभावनाओं को समृद्धि में बदल सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रणनीतिक निर्णयों ने पिछले दशक में भारत में एक जीवंत रक्षा उद्योग के विकास को बढ़ावा दिया है।
वडोदरा में C-295 विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “हमने रक्षा विनिर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी का विस्तार किया, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को अधिक कुशल बनाया, आयुध कारखानों को सात प्रमुख कंपनियों में पुनर्गठित किया और DRDO और HAL को सशक्त बनाया।”
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में रक्षा गलियारे स्थापित करने से इस क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। iDEX योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने पिछले पांच से छह वर्षों में लगभग 1,000 रक्षा स्टार्टअप के विकास को गति दी है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत का रक्षा निर्यात 30 गुना बढ़ा है, देश अब 100 से अधिक देशों को उपकरण निर्यात कर रहा है।
पीएम मोदी और उनके स्पेनिश समकक्ष पेड्रो सांचेज ने वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) परिसर में सी-295 विमान निर्माण के लिए टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
सी-295 कार्यक्रम के तहत कुल 56 विमान हैं, जिनमें से 16 स्पेन से एयरबस द्वारा सीधे डिलीवर किए जा रहे हैं और शेष 40 भारत में बनाए जाने हैं। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड इन 40 विमानों को भारत में बनाने के लिए जिम्मेदार है। यह सुविधा भारत में सैन्य विमानों के लिए पहली निजी क्षेत्र की फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) होगी।
उन्होंने कहा कि विभिन्न भारतीय एयरलाइनों ने 1200 नए विमानों के लिए ऑर्डर दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह कारखाना भारत और दुनिया की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए नागरिक विमानों के डिजाइन और निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने जा रहा है।