अमित बिश्नोई
टी 20 विश्व कप में भारत को कल साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक बड़ा मैच खेलना है, टीम इंडिया पर्थ में इसे जीतने के लिए ज़ोरदार तैयारी कर रही है. वैसे तो यह मैच इन दोनों टीमों के बीच खेला जाने वाला लेकिन एक तीसरी टीम भी है जिसकी निगाहें इस मैच पर लगी हैं. आप सोच रहे होंगे कि वो टीम कौन सी हो सकती है जो भारत और दक्षिण अफ्रीका वाले मैच पर निगाहें रखेगी, तो आपको बता दें कि वो टीम पडोसी पाकिस्तान की है जो अपने पहले दो मैच हार चुकी है और अब आगे जाने के लिए उसे अपने तीनों मैच जीतने होंगे लेकिन इसके बावजूद उसके आगे जाने का रास्ता तभी बन सकता है जब भारत- साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में भारत कामयाबी हासिल करे. इसलिए कल पाकिस्तानी टीम और उसके समर्थक भारत की जीत की दुआएं मांगते हुए नज़र आ सकते हैं, हालाँकि ऐसा तभी होगा जब कल उसे नीदरलैंड के खिलाफ मैच में सफलता मिलेगी। अगर ज़िम्बाब्वे की तरह नीदरलैंड ने भी उनको पटखनी दे दी तो फिर भारत- साउथ अफ्रीका के बीच मैच के नतीजे का उनपर कोई फर्क ही नहीं पड़ेगा क्योंकि वो टूर्नामेंट से पूरी तरह बाहर हो जायेंगे। पाकिस्तान के लिए नीदरलैंड को हराना आसान भी नहीं है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पाकिस्तान को आजतक किसी भी टी 20 आई मैच में कामयाबी नहीं मिली है। नीदरलैंड को अगर कल पाकिस्तान हराती है तो यह उसकी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली टी 20 आई जीत होगी।
खैर क्रिकेट के खेल का यही मज़ा है कि कई बार दुश्मन भी आपकी जीत की दुआएं मांगता है. वैसे पाकिस्तान की तो यह आदत बनती जा रही है. 1992 के विश्व कप में जबसे उसे किसी और की जीत हार की दुआएं मांगकर कप मिला था तब से अक्सर विश्व कप मुकाबलों में वह अपने खेल से ज़्यादा दुआओं के सहारे रहता है. इंग्लैंड में खेले गए पिछले एकदिवसीय विश्व कप में भी वो किसी की हार और जीत की दुआएं मांग रहा था मगर दुआ क़ुबूल नहीं हुई थी. उस वक्त भी पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी चर्चाएं करते थे कि 1992 को पाकिस्तान की टीम दोहराएगी, तमाम झटकों के बावजूद वो फाइनल मैच खेलेगी मगर उनकी सारी उम्मीदें धराशायी हो गयी थी.
अब एकबार फिर इसी तरह की बातें पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज करने लगे हैं , वो भी तब जब उनकी टीम ने एक मैच भी अभी तक नहीं जीता है, बिना कोई मैच जीते ही यह लोग टीम के आगे जाने का गुणा भाग लगाने में व्यस्त हो गए हैं. उनकी सारी उम्मीदें भारत पर आकर टिक गयी हैं. शोएब अख्तर जैसे बड़बोले पाकिस्तानियों को अंदाज़ा नहीं था कि इतनी जल्दी पाकिस्तान को भारत की तरफ देखना पड़ सकता है. सच ही है कि बाप बाप ही होता है, बाप के सामने अब फिर बेटा आस की नज़रों से देख रहा है कि उसकी झोली में वो कुछ डाल दे.