Kolkata-Bangkok highway: भारत से बैंकाक का सफर जल्द ही कार से पूरा हो सकेगा। 1360 किलोमीटर लंबा भारत-म्यांमार-थाईलैंड राजमार्ग 2027 में पूरा हो जाएगा। ये त्रिपक्षीय राजमार्ग भारत, म्यांमार और थाईलैंड की एक साझी पहल है। हाल ही में कोलकाता में बिम्सटेक देशों के सम्मेलन में म्यांमार और थाईलैंड के मंत्रियों ने इस बारे में जानकारी दी कि त्रिपक्षीय सड़क परियोजना का काम 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा।
फ्लाइट के बजाय सड़क मार्ग से घूम सकेंगे थाईलैंड
थाईलैंड जैसे खूबसूरत देश में घूमने का सपना फ्लाइट के बजाय सड़क मार्ग के जरिए जल्द साकार हो सकेगा। भारत-म्यांमार और थाईलैंड को जोड़ने वाला त्रिपक्षीय राजमार्ग अगले चार वर्षों यानी 2027 में बनकर तैयार हो जाएगा। जानकारी के अनुसार, राजमार्ग के भारतीय और थाईलैंड भागों पर अधिकांश काम पूरा हो चुका है।
1360 किलोमीटर लंबा भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग
1360 किलोमीटर लंबा भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग भारत, म्यांमार और थाईलैंड की साझी पहल है। भारत, म्यांमार में त्रिपक्षीय राजमार्ग के दो भागों में पूरा होगा। इसमें 120.74 किलोमीटर कलेवा-याग्यी सड़क खंड का निर्माण, 149.70 किलोमीटर तामू-क्यिगोन-कलेवा (टीकेके) सड़क पर अप्रोच रोड के साथ 69 पुलों का निर्माण शामिल है। नवंबर 2017 में टीकेके खंड के लिए और मई 2018 में कलेवा-यज्ञी खंड काम पूरा हो गया था। उस समय दोनों परियोजनाओं को पूरा करने का काम निर्धारित समय शुरू होने की तारीख से तीन साल तक के लिए तय था। इन दोनों परियोजनाओं को म्यांमार सरकार की तरफ से अनुदान सहायता के तहत भारत सरकार ने वित्त पोषित किया था।
हाल में कोलकाता में आयोजित बिम्सटेक देशों (बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड) का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में म्यांमार और थाईलैंड के मंत्रियों ने जानकारी दी कि सड़क परियोजना पर काम अगले तीन से चार साल में पूरा किया जाएगा। राजमार्ग के भारतीय और थाईलैंड भागों पर अधिकांश काम पूरा हो गया है। जबकि म्यांमार में कुछ असामान्य परिस्थितियों के कारण निर्माण रुका हुआ है।
म्यांमार के अंदर राजमार्ग का अधिकांश काम पूरा
म्यांमार के वाणिज्य मंत्री आंग नाइंग ओ के मुताबिक म्यांमार के अंदर राजमार्ग का अधिकांश काम पूरा हो गया है। मंत्री ने 2026 के अंत तक बाकी हिस्सों को पूरा करने के साथ अपग्रेडेशन वाले हिस्सों को पूरा करने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि कलेवा और यार ग्यी के बीच राजमार्ग के 121.8 किलोमीटर को चार लेन में अपग्रेड किया जा रहा है।
थाईलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री विजावत इसराभकदी ने बताया कि थाईलैंड-म्यांमार सीमा पर स्थित बैंकाक से मॅई सॉट तक राजमार्ग का थाईलैंड भाग पूरा हो चुका है। यह 501 किलोमीटर का हिस्सा तैयार है। यह एशियाई राजमार्ग-1 का हिस्सा है। मंत्री ने कहा कि कुछ हिस्सों में हाईवे शोल्डर को पक्का करने और किनारे और डिवाइडर पर पेड़ लगाने जैसे छोटे-मोटे काम बाकी हैं।
ये होगा त्रिपक्षीय राजमार्ग का थाईलैंड तक का रूट
त्रिपक्षीय राजमार्ग कोलकाता से शुरू होकर उत्तर में सिलीगुड़ी तक जाता है। यहां से यह पूर्व की ओर मुड़ते हुए आगे कूचबिहार होते हुए बंगाल से बाहर निकलेगा। इसके बाद ये राजमार्ग श्रीरामपुर सीमा के माध्यम से असम में प्रवेश करेगा। इस दौरान उत्तर बंगाल का दोआर्स क्षेत्र कवर करेगा। यह राजमार्ग दीमापुर से नगालैंड में प्रवेश करने के लिए असम में पूर्व दिशा के क्षेत्रों को कवर करेगा।
राजमार्ग नगालैंड और मणिपुर के माध्यम से दक्षिण की ओर आगे इम्फाल से गुजरते हुए मोरेह के माध्यम से म्यांमार में प्रवेश करेगा। मोरेह से यह मॅई सॉट के माध्यम से थाईलैंड में प्रवेश करने के लिए मांडले, नैप्यीडॉ, बागो और म्यावाडी को पार करने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा को कवर करेगा।