Workplace culture के मामले में भारत अग्रणी देश के रूप में उभरा है। ज्यादातर भारतीयों का मानना है कि अगर कार्यस्थल पर काम करने की संस्कृति अच्छी हो तो वह नौकरी बदलने की नहीं सोचते हैं। एसएचआरएम द्वारा जारी एक शोध रिपोर्ट मेंदी गयी जानकारी के मुताबिक ज्यादातर श्रमिक सकारात्मक संगठनात्मक संस्कृति को अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्राथमिक कारक मानते हैं। नई रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में अगर कार्यस्थल पर कामकाज की संस्कृति अच्छी हो तो इस बात की 64 प्रतिशत सम्भावना है कि कर्मचारी उसी संस्थान में बना रहेगा, यानि मौकरी नहीं छोड़ना चाहेगा। एसएचआरएम की इस रिपोर्ट में दुनियाभर के 11,080 प्रतिभागियों में भारत से 1,000 प्रतिक्रियाएं आई हैं।
एसएचआरएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से भारत में, आंकड़ों एक उल्लेखनीय ट्रेंड पता चली है कि बड़ी संख्या में कर्मचारी सभी पांच आयामों-सम्मानजनक कार्यस्थल संवाद, अच्छा प्रबंधक संचार, कार्य/जीवन सामन्जस्य, करियर पूर्ति और न्यायसंगत नेतृत्व प्रक्रिया में उच्च रेटिंग देते हैं। रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया कि 2022 और 2023 में आर्थिक उथल-पुथल, बढ़ता इन्फ़ेलेशन और सप्लाई चेन रुकावटों के बावजूद भारत में workplace culture की धारणाएं पॉजिटिव बनी हुई हैं।
SHRM के एक नए सर्वे में यह कहा गया है कि 51 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उन्हें काम पर प्रोडक्टिविटी में सुधार करने में मदद करेगा। भारत का औसत ग्लोबल औसत से ज्यादा है। सर्वे में यह भी बताया गया है कि 62 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि उनकी नौकरियों के लिए जरूरी स्किल अगले पांच सालों में बदल जाएगी। ग्लोबल लेवल पर इस बात को मानने वाले 36 प्रतिशत हैं।