छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह सबको चौंकाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में भी एक नया चेहरा उतारा है. भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा को राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री घोषित किया गया। इसके साथ ही नए मुख्यमंत्री को लेकर को लेकर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। पूर्व सांसद दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा के रूप में राज्य में दो उपमुख्यमंत्री होंगे। खबर के मुताबिक भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव खुद मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार रही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने रखा.
हाल के विधानसभा चुनाव में जयपुर जिले के सांगानेर से चुने गए भजनलाल शर्मा बीजेपी की राज्य इकाई में पदाधिकारी रहे हैं। भजनलाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले है और संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं। पार्टी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर सीट से चुनाव लड़वाया और पहली बार में ही वो सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुँच गए। भजनलाल शर्मा को सांगानेर से सीट से मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर प्रत्याशी बनाया था। भरतपुर होने के कारण चुनाव से पहले सांगानेर में शर्मा को ‘बाहरी’ उम्मीदवार बताया जा रहा था। उन्होंने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों से हराकर भारी अंतर से जीत हासिल की।
भजनलाल शर्मा को भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का करीबी बताया जाता है। पिछले 20 वर्षों से वो राज्य महासचिव के रूप में संगठन की सेवा कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में दाखिल नामांकन पत्र के साथ जमा कराए गए एफिडेविट के अनुसार भजनलाल शर्मा कुल 1 करोड़ 46 लाख 56 हजार 666 रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। विभिन्न बैंक खातों में करीब 11 लाख रुपए जमा दिखाए वहीँ उन्होंने पास 1 लाख 15 हजार रुपए नकद बताए थे। भजन लाल शर्मा पर 35 लाख रुपए की देनदारी भी है।