Mahadev App Betting: केंद्र सरकार ने Mahadev App सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार के ‘‘इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने जिन सटटेबाजी ऐप पर प्रतिबंध लगाया है उनमें महादेव बुक और रेड्डी अन्नाप्रेस्टोप्रो सहित 22 सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट शामिल हैं।’’
केंद्र सरकार ने अवैध सटटेबाजी ऐप पर ये प्रतिबंध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर लगाया है। ईडी ने महादेव ऐप और रेड्डीअन्नाप्रेस्टोप्रो सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप पर रोक लगाने की मांग की थी। जिसके बाद सरकार ने इन सभी पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं।
महादेव बुक और रेड्डीअन्नाप्रेस्टोप्रो सहित अवैध सट्टेबाजी ऐप पर प्रतिबंध
केंद्र की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐसा करने का अधिकार होने के बावजूद इन मंचों पर रोक लगाने का अनुरोध नहीं किया। बयान में कहा गया कि, ‘‘इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने महादेव बुक और रेड्डीअन्नाप्रेस्टोप्रो सहित अन्य अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं।’’
केंद्र सरकार की इस कार्रवाई के बाद महादेव ऐप ने अपना डोमेन बदल दिया है। महादेव ऐप की तरफ से कहा है कि नए डोमेन में पुराने आईडी और पासवर्ड वहीं रहेंगे। कुछ नहीं बदलेगा। जो सटोरिए सट्टा लगाते हैं, वो यहां लगाएं। महादेव बुक की तरफ जो नया डोमेन जारी किया गया है, उसनें साफ लिखा बस वेबसाइट का डोमेन बदला है।
छत्तीसगढ़ CM बघेल को मिले 508 करोड़ रुपए!
महादेव बेटिंग ऐप को लेकर ईडी ने बड़ा दावा किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपी असीम दास ने खुलासा किया कि महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर ने दुबई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए करोड़ों रुपए भेजे थे। इसके साथ छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खर्चे के लिए पैसे भेजे गए।
महादेव ऐप के सौरभ का डॉन दाऊद से कनेक्शन
प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव ऐप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। ईडी के अनुसार महादेव ऐप को ऑपरेट करने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पाकिस्तान में डी-कंपनी का सहयोग करते थे। जांच में खुलासा हुआ है कि डी कंपनी के इशारे पर सौरभ चंद्राकर ने ऐप को संचालित करने के लिए दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम इब्राहिम कासकर के साथ पार्टनरशिप की। इसी के तहत इस ऐप को बनाया भी गया था।
फिल्मी सितारों का आया नाम
माफिया दाऊद की कंपनी के लिए बनाए इस ऐप को फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों का समर्थन मिला था। फिल्मी सितारों ने इस ऐप का प्रचार किया था। इस केस में कई जानी मानी फिल्मी हस्तियों के नाम भी सामने आए हैं। मामले में पिछले दिनों कुछ सितारों से पूछताछ की गई थी। इन सितारों पर वीडियो क्लिप के माध्यम से इस ऐप का प्रमोशन करने का गंभीर आरोप लगे हैं।