घरों की समस्या सिर्फ भारत जैसे देश में ही नहीं है, दुनिया के सुपर पावर कहे जाने वाले अमेरिका में भी बेघरों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहां भी मकानों के बढ़ते किराये से लोग परेशान हैं. पिछले कुछ सालों को देखें तो अमेरिका में घर खरीदना अब आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल की शुरुआत में homelessnes में 12% की वृद्धि हुई है। ये रिपोर्ट अमेरिका भर में उन लोगों की संख्या पर आधारित है जो पिछले जनवरी में एक ही रात में अस्थायी आवास या खुले आसमान के नीचे रुके थे। इस सर्वे में पाया गया कि उस रात 650,000 से अधिक लोग बेघर थे। 2007 से रिकॉर्ड किये जाने वाले आंकड़ों में ये सबसे बड़ा आंकड़ा है.
इस रिपोर्ट में पाया गया कि अमेरिका में बेघरों की संख्या सभी प्रकार की घरेलू श्रेणियों में वृद्धि हुई है। अमेरिका की जनसंख्या में लगभग 13% ब्लैक लोग रहते हैं लेकिन बेघर लोगों में इनका अनुपात 37% है. 2022 और 2023 के बीच एशियाई-अमेरिकी आबादी में होमलेस दर में 40% का उछाल आया है।
अमेरिका में मकान का किराया बढ़ने से लातीनी समुदायों में बेघरता सबसे अधिक बढ़ी है। पिछले वर्ष की तुलना में 2023 में 28 प्रतिशत अधिक लातीनी लोगों के बेघर होने की आशंका है। अमेरिका में बेघर लोगों की कुल वृद्धि में इस जनसंख्या ने 55 प्रतिशत का योगदान दिया है। 2023 में अतिरिक्त 39,106 लातिनी समुदाय बेघर हुए। सर्वेक्षण के मुताबिक पहली बार बेघर होने वाले लोगों की संख्या भी तेज़ी से बढ़ी है. वित्तीय वर्ष 2021 और 2022 के बीच नए बेघर लोगों की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई।