नई दिल्ली। मानसून पूरे देश में पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। 20 से अधिक राज्यों में बारिश की शुरूआत हो चुकी है। गुजरात में बारिश और प्राकृतिक आपदा से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हादसों में 76 लोगों की मौत हो गई है। 24 घंटे में ही नौ लोग मारे गए हैं। इस बीच, मध्यप्रदेश में बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हुई है। मेरठ और आसपास के इलाकों में इस समय बारिश से बुरा हाल है। चारों ओर पानी भरा हुआ है और इस समय तेज हवा और बारिश से जनजीवन भी अस्तव्यस्त हो गया है।
गुजरात में बारिश के कारण छह जिलों में बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और हालातों की जानकारी ली है। उन्होंने केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी है। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वोत्तर राज्य मेघालय,असम के बाद अब मध्यप्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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मप्र के 33 जिलों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। भोपाल के अलावा इंदौर और जबलपुर सहित 33 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से कर्नाटक,केरल,तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ है। तेलंगाना में गोदावरी नदी दूसरे खतरनाक स्तर के निशान को पार कर गई। दिल्ली-एनसीआर और मध्यप्रदेश में आज मंगलवार को बारिश हुई है। वहीं राजस्थान में दो दिनों तक बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है।
गुजरात में बारिश के चलते 174 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। बाढ़ से सबसे अधिक नवसारी और वलसाड जिले के लोग प्रभावित हैं। एनडीआरएफ और एडीआरएफ की टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर राहत और बचाव का काम कर रही हैं। अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इधर, स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है। मौसम विभाग ने पांच दिनों तक गुजरात में बारिश की संभावना जताई है।