नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को झूठा साबित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट BA.5.2 और BF.7 से लोग संक्रमित हो रहे हैं। ये 97.5 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार वायरस हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीन में कोरोना की स्थिति काफी भयावह है। चीन इसको छुपा रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि विश्व स्तर पर कोविड स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा रही है। इसी के साथ सभी देशों से सतर्क रहने के साथ ही ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट तुलनात्मक विश्लेषण करने के लिए भी कहा है। जिसमें इनसे होने वाली बीमारी की गंभीरता शामिल है।
डब्ल्यूएचओ ने जारी किए गए बयान में कहा कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के साथ बैठक हुई थी। जिसमें सीडीसी विश्लेषण में कोविड संक्रमणों में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट BA.5.2 और BF.7 प्रमुखता से पाया है।
कोरोना मामलों को छिपाने को लेकर विश्व स्तर पर हुई आलोचना के बाद चीन ने जीनोमिक आंकड़ों को जारी किया है। जिसमें चीन ने SARS-CoV-2 संक्रमण के बाहर से आने और स्थानीय रूप से प्राप्त मामलों के बारे में बताया है। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि कुछ अन्य ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट का पता लगाया गया है। जो कि चीन में ही मौजूद हैं। वर्तमान में कोरोना वायरस का कोई नया खतरनाक वायरस नहीं पाया गया है।