पार्टी से नाराज़गी की ख़बरों के बीच सिरसा की सांसद कुमारी शैलजा कांग्रेस के लिए इस सप्ताह नरवाना में एक जनसभा से चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेने की खबर है, बता दें कि सत्तारूढ़ भाजपा की तरफ से इस बात का ज़ोरशोर से प्रचार चल रहा था कि कुमारी शैलजा का कांग्रेस में अपमान हो रहा है, वो पार्टी से नाराज़ चल रही हैं, यहाँ तक पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उनका भाजपा में स्वागत करने के लिए बिलकुल तैयार दिख रहे थे. ऐसे में ये खबर भाजपा और मायावती के लिए किसी झटके से कम नहीं है.
61 वर्षीय शैलजा कांग्रेस महासचिव हैं और हरियाणा में पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 5 अक्टूबर को चुनाव होने हैं, ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा दलित नेता के चुनाव प्रचार से दूर रहने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर ने शैलजा को भगवा पार्टी में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। ऐसी खबरें थीं कि शैलजा विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूर रह रही हैं।
कुमारी शैलजा 26 सितम्बर से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान नरवाना से करेंगी जहाँ वो 22 चुनावी सभाओं को सम्बोधित करेंगी। कुमारी शैलजा ने सन्देश दिया कि पूरे जिले और हरियाणा में कांग्रेस की जीत का परचम लहराएंगे। सुरजेवाला के बेटे आदित्य भी चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें कांग्रेस ने कैथल से मैदान में उतारा है, यह सीट पहले रणदीप सुरजेवाला के पास थी, लेकिन वर्तमान में यह सीट भाजपा के लीला राम के पास है।
चूंकि पार्टी ने टिकट वितरण में उनके धुर विरोधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुली छूट दे दी थी, इसलिए शैलजा नाराज थीं, क्योंकि टिकट पाने वाले अधिकांश उम्मीदवार दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री के वफादार थे। हुड्डा के वफादारों को 17 आरक्षित (एससी) सीटों में से अधिकांश पर भी जगह दी गई थी।