देव दीपावली पर एकबार फिर पवित्र नगरी काशी जीवंत हो उठेगी। इस बार भगवान शिव के भजनों (शिव भजन) के साथ लेजर शो और जीवंत आतिशबाजी का शानदार संगम होगा। उत्तर की ओर बहने वाली जाह्नवी नदी के दोनों किनारों को जगमगाती रोशनी से सजाया जाएगा, और काशी के प्रतिष्ठित अर्धवृत्ताकार घाट मिट्टी के दीयों की कोमल रोशनी में चमकेंगे, जिससे नदी के पूरे परिदृश्य में एक दिव्य माला बनेगी।
इसके अलावा, भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के पास रेत पर एक विशेष हरे रंग की आतिशबाजी का प्रदर्शन होगा जो भगवान शिव को समर्पित रहस्यमय भजनों और धुनों के साथ तालमेल बिठाएगा। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने इस वर्ष देव दीपावली को दिव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए लेजर शो और आतिशबाजी के साथ 12 लाख दीपों की शानदार व्यवस्था की है। पर्यटन उपनिदेशक राजेंद्र कुमार रावत ने शनिवार को यहां बताया कि काशी में इस वर्ष देव दीपावली पारंपरिक कला और उन्नत तकनीक का अनूठा मिश्रण होगी।
पहली बार, शिव भजनों के संगीत के साथ हरित आतिशबाजी और लेजर शो, अमेरिका की अत्याधुनिक “फायर वन फायरिंग” प्रणाली का उपयोग करके 10 मिनट का जादुई प्रदर्शन करेंगे। काशी आने वाले पर्यटक गंगा आरती के साथ-साथ नदी के उस पार रेत पर जगमगाती हरी आतिशबाजी का आनंद लेंगे। हरित आतिशबाजी का शो नदी के किनारे लगभग 1.5 किलोमीटर तक चलेगा, जिसमें भगवान शिव की स्तुति करने वाले “हर-हर शंभू” और “शिव तांडव” सहित 9 से 10 संगीत ट्रैक होंगे। आकाश इंद्रधनुषी रंग की आतिशबाजी से जगमगा उठेगा, जो दूर से ही दिखाई देने वाली ज्वलंत छवियां बनाएगा।