आपको भी रोज़ाना लोन देने वालों के फ़ोन ज़रूर आते होंगे, लोन देने के लिए ये लोग ऐसे फ़ोन करते हैं जैसे हमें लोन सिर्फ लेना है और लौटाना नहीं , इसी तरह जुए और सट्टेबाज़ी वाले एप्प्स की भी भरमार हो गयी है , खुले आम जुए और सट्टेबाज़ी का प्रमोशन करते विज्ञापनों में बॉलीवुड के सितारे देखे जा सकते हैं, यहाँ तक की नामी गिरामी पूर्व क्रिकेटर भी सारी नैतिकता को ताक में रखते हुए कहते हैं कि तीन पत्ती किसी और एप्प पर खेलोगे तो घण्टा मिलेगा. लेकिन अब
फर्जी लोन और सट्टेबाजी वाले ऐप्स पर सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सरकार इन ऐप्स को बैन करने जा रही है. मंगलवार को मंत्रालय ने अवैध लोन ऐप्स और सट्टेबाजी वाले ऐप्स को रिमूव करने के निर्देश जारी किये हैं. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के मुताबिक फर्जी लोन ऐप्स के विज्ञापनों को रोकने पर सरकार काम कर रही है.
RBI से बैंकों के लिए KYC प्रक्रिया को अधिक व्यापक बनाने का मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी ने आग्रह किया है. इस प्रपोज्ड KYC प्रॉसेस को ‘नो योर डिजिटल फाइनेंस ऐप’ (KYDFA) नाम दिया गया है. पिछले कुछ समय से फर्जी लोन ऐप्स का जाल फैलता जा रहा है और इस तरह के ऐप्स का शिकार होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो इनके मकड़जाल में फंसकर कर्ज के दलदल में फंस जाते हैं और आत्महत्या तक करने को मजबूर हो जाते हैं. अब तक सरकार ने इस तरह के सभी ऐप्स को बंद करने का फैसला किया है.
देखना है कि सरकार का ये कदम कितना कारगर होगा क्योंकि ये ऐप्स किसी नए नाम के साथ वापस आ जाते हैं. इन ऐप्स में सबसे पहले ग्राहकों को वन क्लिक और बिना डॉक्यूमेंट के लोन ऑफर किया जाता है. लोग लोन लेने के लालच में फंस जाते हैं, ये लोन ऐप्स एक स्पाईवेयर की तरह काम करते हैं और आपके अकाउंट से पैसे उड़ जाते हैं. दरअसल इन फ़र्ज़ी ऐप्स को डाउनलोड करते ही यूजर्स की तमाम फोटोज और कॉन्टैक्ट डिटेल्स का एक्सेस लोन प्रोवाइडर को मिल जाता है. इसके बाद लोन रिकवरी के नाम पर इनका असली खेल शुरू होता है. कई बार फोटोज को मॉर्फ करके वायरल करने की धमकी दी जाती है.