उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज से तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 का प्रधानमंत्री मोदी ने शुभारम्भ किया। इस मौके पर देश विदेश के बड़े बड़े उद्योगपति और उन समूहों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि यूपी में इस निवेश मेले में अबतक 18,643 MoU साइन हुए हैं जिसमें 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए. मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके जरिए 92 लाख 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने बताया कि ये निवेश एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, टूरिज्म, पॉवर जनरेशन, हेल्थ केयर, फूड, डेयरी समेत कई सेक्टर से मिले हैं.
निर्यात हुआ दो गुना
मुख्यमंत्री ने बताया कि निवेशकों के लिए सरकार ने कई काम आसान किए हैं. निवेशकों को ऑनलाइन सिंगल विंडो पोर्टल 406 सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. इसके अलावा निवेश सारथी एप के जरिए निवेशकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रदेश ने बीते 5 साल में निर्यात को दोगुना बढ़ाया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को भारत की फूड बास्केट कहा जाता है, खाद्यान्न, दूध, गन्ना समेत कई चीजों में यूपी नंबर वन है. प्रदेश की बेहतरीन कानून-व्यवस्था से निवेशकों को सुरक्षा का माहौल मिल रहा है.
GIS ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने की दिशा का अभिन्न हिस्सा
मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को यूपी की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन बनाने की दिशा में एक अभिन्न हिस्सा बताया. मुख्यमंत्री ने नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, साउथ कोरिया, इटली, UAE के बिजनेसमैन का उत्तर प्रदेश में निवेश करने में दिलचस्पी दिखाने पर शुक्रिया भी अदा किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन्वेस्टर समिट को सफल बनाने के लिए सरकार के मंत्रियों ने दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों में रोडशो किये. राजदूतों से मुलाकात कर इन्वेस्टमेंट की दावत दी. इसके अलावा देश के कई बड़े महानगरों में भी रोडशो करके निवेशकों को आकर्षित किया गया.