Chardham yatra 2023: हर साल शारदीय नवरात्र के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहित धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त निकालते हैं। आज शारदीय नवरात्र के पहले दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त तय कर दिया गया है। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व पर अभिजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर 11.45 मिनट पर बंद किए जाएंगे। यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद होंगे। जिसका समय विजयदशमी के दिन तय किया जाएगा।
मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी
बता दें कि हर वर्ष शारदीय नवरात्र के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहित गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त निकालते हैं। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने आज बैठक के बाद बताया कि 14 नवंबर को कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी। मां गंगा की उत्सव डोली का रात्रि निवास भैरोघाटी स्थित देवी मंदिर में होगा। इसके अगले दिन मां गंगा की उत्सव डोली 15 नवंबर को भाईदूज के पर्व पर अपने मायके मुखबा मुखीमठ में पहुंचेगी। जहां मां गंगा का स्वागत एक बेटी की तरह गांव के ग्रामीणों के द्वारा किया जाएगा।
विजयदशमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि तय की जाएगी
उन्होंने बताया शीतकाल के छह महीने तक मां गंगा की पूजा मुखबा स्थित गंगा मंदिर में ही होगी। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम की कपाटबंदी का समय विजयदशमी के दिन तय की जाएगी। उसी दिन विजयदशमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि तय की जाएगी।
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 24 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन तिथि व मुहूर्त तय की जाएगी। केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भाई दूज के दिन बंद करने की परंपरा है।