क़तर में खेले जा रहे फीफा विश्व कप फुटबॉल के दूसरे सेमीफाइनल में उम्मीद के मुताबिक पिछले चैम्पियन फ्रांस ने मोरक्को को 2-0 से हराकर इस मेगा इवेंट के फाइनल में लगातार दूसरी बार प्रवेश कर लिया। यह फ्रांस का चौथा फाइनल होगा। पिछले तीन फाइनल्स में दो बार वो चैम्पियन बनी है, जबकि 2006 में उसे इटली के हाथों पेनाल्टी शूट आउट में हार का सामना करना पड़ा था.1998 और 2018 में वो चैम्पियन बनी थी. वहीँ मोरक्को की टीम को हार का सामना ज़रूर करना पड़ा मगर उसके खेल ने साबित कर दिया कि भविष्य में यह टीम कुछ बड़ा करने की योग्यता रखती है.
थियो हर्नांडेज ने दिलाई बढ़त
एल्बिट स्टेडियम में खेले गए मैच के पांचवें मिनट में ही फ्रांस ने इस विश्व कप में तहलका मचाने वाली मोरक्को पर बढ़त हासिल कर ली. यह गोल थियो हर्नांडेज की तरफ से आया. एक गोल से पिछड़ने के बाद मोरोक्को की टीम ने हमले तेज़ कर दिए लेकिन उनके खिलाड़ी गोल नहीं कर पाए और मैच ब्रेक तक 1-0 से बराबरी पर था। दूसरे हाफ में मोरक्को ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और आक्रामक खेल दिखाया उन्हें इस बीच कई मौके भी मिले लेकिन फ्रांस के डिफेंडर्स हर मौके पर सामने नज़र आये. मोरक्को के हमलों के बीच मैच के 79वें मिनट में फ्रांस के कोलो मोआनी को मौका मिला जिसपर गोल करके उन्होंने फ्रांस जीत की संभावनाओं को और मज़बूत कर दिया। खेल के अंतिम कुछ मिनटों में मोरक्को की तरफ से हमलों की झड़ी लग गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और मैच 2-0 से फ्रांस की जीत पर समाप्त हुआ।
फ्रांस के डिफेंडर्स को भेद नहीं पाया मोरक्को
डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस का फाइनल में सामना रविवार को अपना छठा फाइनल खेलने वाली लियोनेल मेसी की अर्जेंटीना से होगा। अर्जेंटीना ने भी फ्रांस की तरह इस मेगा इवेंट को दो बार 1978 और 1986 में जीता है. फ्रांस से पहले इटली, ब्राज़ील, नीदरलैंड और जर्मनी की टीमें भी फ्रांस की तरह लगातार फाइनल खेल चुकी है। इटली ने तो लगातार दो फाइनल भी जीते हैं, वहीँ ब्राज़ील और जर्मनी की टीमों ने दो बार यह कारनामा किया है वहीँ इन दोनों टीमों ने लगातार तीन फाइनल भी खेले हैं.