उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के परिवार की 13 एकड़ जमीन 1 करोड़ 38 लाख 16 हजार रुपये में नीलाम हुई। इस ज़मीन इस ज़मीन का आधार मूल्य 39 लाख रुपये था। ऑनलाइन नीलामी में मुशर्रफ के परिवार की यह जमीन तीन लोगों ने मिलकर खरीदी। परवेज़ मुशर्रफ की ये ज़मीन शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज थी। नीलामी की यह रकम केंद्र सरकार के संपत्ति संरक्षक विभाग के खाते में जमा होगी। परवेज मुशर्रफ का परिवार बागपत के कोटाना गांव में रहता था। बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान चला गया, लेकिन परिवार की जमीन और हवेली यहीं रह गई। मुशर्रफ का निधन 5 फरवरी 2023 को हुआ था।
बता दें कि इस जमीन को देखने के लिए अलग-अलग राज्यों से कई लोग बागपत के कोताना गांव पहुंचे थे। एडीएम से मिली जानकारी के मुताबिक इस जमीन के खरीदारों को चार महीने में पैसा जमा करना होगा। पहले महीने में 25 फीसदी रकम जमा करनी होगी, जबकि बाकी 75 फीसदी रकम तीन महीने में जमा करनी होगी।
परवेज मुशर्रफ के माता-पिता कोटाना गांव के रहने वाले थे। बंटवारे के समय उनका परिवार पाकिस्तान में बस गया। दिल्ली के अलावा उनके परिवार के पास कोताना में भी एक हवेली और खेती की ज़मीन थी जिसमें परवेज मुशर्रफ की जमीन तो बिक गई लेकिन भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ की 13 बीघा से ज़्यादा खेतिहर ज़मीन को अब नीलाम किया गया है।
परवेज मुशर्रफ के भाई डॉ. जावेद मुशर्रफ और परिवार के अन्य सदस्यों की जमीन 15 साल पहले शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज की गई थी। इस जमीन के नीलाम होते ही बागपत से पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के भाई और परिवार का नाम दस्तावेज़ों से गायब हो गया है।