प्रयागराज में चल रहा महाकुम्भ हादसों का महाकुम्भ बनता जा रहा है. 19 जनवरी को महाकुंभ में एक बड़ा अग्निकांड, फिर 29 जनवरी को हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौतों के बाद आज एकबार फिर एक बड़ा हादसा हुआ. इस बार आग महाकुंभ के सेक्टर-22 में बने टेंटों में लगी है। फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद वहां मौजूद सभी श्रद्धालु बाहर निकल आए जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। हालाँकि कल भी प्रशासन दिन भर भगदड़ में मौतों की बात को को छुपता रहा था, फिर शाम को जाकर उसने 30 मौतें होने की बात स्वीकार की थी.
महाकुंभ का सेक्टर-22 इलाका छतनाग घाट और झूसी के नागेश्वर घाट के बीच है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को अचानक कई टेंट जलने लगेजिन्हें देख श्रद्धालुओं में अफरा तफरी मच गयी और अपने टेंटों से बाहर भागे। हादसे की सूचना फ़ौरन फायर ब्रिगेड को दी गयी लेकिन जब तक टीम पहुँचती आग लगने से कई टेंट जलकर राख हो चुके थे। प्रशासन ने कहा है कि आज के हादसे में कि कोई जनहानि नहीं हुई है। इससे पहले 19 जनवरी को महाकुंभ में बड़ा अग्निकांड हुआ था। सेक्टर-19 में बने गीता प्रेस के पंडालों में आग लग गई थी और करोड़ों का नुक्सान हुआ था.
मौनी अमावस्या स्नान के दिन भी भगदड़ के बाद एक एंबुलेंस महाकुंभ मेला क्षेत्र से घायल श्रद्धालु को अस्पताल ले जा रही थी तो उसमें आग लग गई। बताया जा रहा है कि अचानक एंबुलेंस के इंजन से धुआं निकलने लगा और इसके बाद आग ने पूरी एंबुलेंस को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के बाद आसपास के लोग तुरंत सक्रिय हुए और आग बुझाने का प्रयास किया।