टीम इंडिया आखिरकार दक्षिण अफ्रीका से अपने ही ज़मीन पर पहली बार टी-20 सीरीज़ जीतने में कामयाब हो गयी. गुवाहाटी में उसने साउथ अफ्रीका को एक हाई स्कोरिंग मैच में 16 रनों से हराने में कामयाबी हासिल की. मैच में दोनों टीमों की तरफ से ज़बरदस्त हिटिंग देखने को मिली। भारत के 237 का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 221 तक पहुँच गयी. कुल मिलकर एक प्योर टी-20 मैच खेला गया. भारत की ओर से सूर्यकुमार के एक और 360 डिग्री प्रदर्शन देखने को मिला वहीँ दक्षिण अफ्रीका की ओर डेविड मिलर किलर साबित हुए और एक खराब शुरुआत के बाद न सिर्फ सैकड़ा जड़ने में कामयाब हुए बल्कि मैच को काफी हद तक दिलचस्प भी बनाया।
भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए टेंन विकेट पर 237 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। के एल राहुल (28 गेंद 57 रन), रोहित शर्मा (37 गेंद 43 रन), कोहली (28 गेंद 49 रन नाबाद), सूर्यकुमार यादव (22 गेंद 61रन) और दिनेश कार्तिक (7 गेंद 17 रन नाबाद), मतलब जो भी मैदान पर आया उसने दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की, सिवाए केशव महाराज जिन्होंने 4 ओवरों में 23 रन देकर दो विकेट भी चटकाए। फिलहाल पिछले कुछ मैचों की बात करें तो टीम इंडिया का ओपनिंग पेयर अब अपनी पूरी लय में आता दिखाई दे रहा है, रोहित और राहुल दोनों ही अब पूरे मूड के साथ बल्ला चला रहे हैं. सूर्यकुमार तो चमक रहे ही हैं कोहली ने भी एशिया कप में मिली अपनी फॉर्म को कंटीन्यू किये हुए हैं वहीँ दिनेश कार्तिक को जिस भूमिका के लिए टीम में रखा गया है वो उसे बड़ी अच्छी तरह निबाह रही हैं. वैसे अगर आज के मैच में दक्षिण आफ्रिकी गेंदबाज़ी की बात करें तो भारतीय बॉलीबाज़ों को इतना बड़ा धूमधड़ाका करने उन्होंने काफी मदद की. जिस तरह से आज लगातार फुलटॉस बॉल फेंकी जा रही थीं उनका कोहली और सूर्या ने जमकर फायदा उठाया।
237 रनों के पहाड़ जैसे स्कोर का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम ने एकबार फिर निराशा जनक शुरुआत दी. कप्तान बावुमा पहला ओवर मैदान खेलने के बाद अगले ओवर में एकबार फिर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. राइली रुसो भी पिछले मैच की तरह आज भी शून्य पर आउट हुए. डिकॉक के बल्ले पर गेंद ही नहीं आ रही थी. मारकर्म ने ज़रूर एक अच्छा स्टार्ट लिया मगर 33 रन बनाकर वो भी आउट हो गए. इस बीच रन रेट आसमान की तरफ बढ़ता गया, लेकिन मिलर के इरादे कुछ और ही नज़र आ रहे थे, मिलर इसके बाद जो बल्लेबाज़ी की वो दर्शनीय थी, हालंकि उन्हें डिकॉक का उस तरह साथ नहीं मिला जो वक्त की दरकार थी. एक तरफ मिलर जहाँ भारतीय गेंदबाज़ों की धुनाई कर रहे थे डिकॉक लगातार संघर्ष कर रहे थे. डिकॉक ने हालाँकि बाद में कुछ अच्छे शॉट्स ज़रूर लगाए मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. खास बात मिलर की सेंचुरी रही हालाँकि वो अपनी टीम को जीत न दिला सके. भारतीय गेंदबाज़ी की बात करें तो दीपक चाहर को छोड़कर यहाँ भी सभी की खूब पिटाई हुई, सबसे ज़्यादा मार अर्शदीप सिंह को पड़ी जिन्होंने 4 ओवरों में 62 रन लुटा डाले। शृंखला का तीसरा और अंतिम मैच 4 अक्टूबर को इंदौर में खेला जायेगा.