भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए होने वाला श्रंखला का चौथा और अंतिम टेस्ट अहमदाबाद स्टेडियम में 9 मार्च से खेला जाना है. पूरी शृंखला में पिच ही सबसे ज़्यादा का चर्चा का केंद्र रही है और उम्मीद है कि अहमदाबाद की पिच भी खेल और खिलाडियों से ज़्यादा चर्चा बटोरेगी। हम अगर इस मैदान पर पिछले दो टेस्ट मैचों को देखें तो दोनों ही मैच तीन दिन के अंदर ही ख़त्म हो गए थे ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि क्या अहमदाबाद में भी तीन दिन का ही टेस्ट होगा।
पिछले तीन टेस्ट 3 दिन में ख़त्म हुए
बता दें कि नागपुर, दिल्ली और इंदौर टेस्ट तीन दिन में ही ख़त्म हो गए, इंदौर टेस्ट तो सिर्फ सवा दो दिन ही चला था. ICC ने जहाँ पहले दो टेस्ट मैचों की पिचों को औसत करार दिया वहीँ इंदौर की पिच को तो तीन डीमेरिट पॉइंट देकर भविष्य के लिए चेतावनी भी दी, ऐसे में यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि अहमदाबाद में क्या कुछ अलग होगा या फिर जैसा कि कप्तान रोहित शर्मा इंदौर टेस्ट हारने के बाद कहा था वो होगा, रोहित ने कहा था यह आगे भी जारी रहेगा क्योंकि ऐसी पिचें भारत के लिए फायदेमंद हैं और टीम को जीत मिलती है.
पिच पर दिख रही घास, बशर्ते मैच से पहले उड़ा न दी जाय
बहरहाल मैच शुरू होने में अभी दो दिन बाकी हैं, अभी पिच की जो तस्वीर सामने आयी है उसपर अच्छी खासी घास है और सतह भी काफी ठोस लगती है. आज की पिच को देखते हुए तो यही लगता है कि शायद कोई नए प्लान के साथ टीम इंडिया यहाँ पर उतरे लेकिन मैच से पहले यह घास अगर साफ़ कर दी गयी तो हाल पिछले मैचों जैसा ही हो सकता है और स्पिनर्स फिर हावी होते दिख सकते हैं, हां सतह को देख कर यह ज़रूर लग रहा है कि शायद ये पिछली तीन पिचों की तरह पहले घंटे से ही नहीं उधड़ेगी और इसपर एक दो दिन बल्लेबाज़ी की जा सकती है. हालाँकि अहमदाबाद की पिच का नेचर स्लो है जो आक्रमक बल्लेबाज़ों को परेशान करता है. उम्मीद जताई जानी चाहिए कि इसबार मैच तीन दिन में नहीं ख़त्म होगा.