7 साल के उदित्य श्रीवास्तव के फुटवर्क, टाइमिंग और शॉट सेलेक्शन से विराट के कोच भी हैरान
अमित बिश्नोई
क्रिकेट खेलने वाला हर बच्चा, युवा यही चाहता है कि वो भी बड़ा होकर विराट कोहली जैसा बल्लेबाज बने. हालांकि, विराट जैसा टैलेंट, पर्सनालिटी और भाग्य कुछ खास लोगों को ही मिलता है. कानपुर के उदित्य श्रीवास्तव भी इसी खास कैटेगरी में शुमार होते हैैं, जिनका टैलेंट देखकर विराट के कोच भी हैरान हैैं. उदित्य महज 7 साल के हैैं, लेकिन नेट्स पर उनका शॉट सेलेक्शन, फुटवर्क और टाइमिंग नन्हें विराट की याद दिलाती है. उदित्य के कोच नरेंदर सिंह का दावा है कि उन्होंने बीते कई वर्षों में इस तरह का टैलेंट और जज्बा नहीं देखा है. उन्हें उम्मीद है कि ये वो क्रिकेटर है, जो भविष्य में विराट बन सकता है.
ढाई साल में पकड़ा बल्ला
एक्स रणजी क्रिकेटर रहे नरेंदर सिंह बीते कई वर्षों से क्रिकेट कोच की जिम्मेदारी निभा रहे हैैं. इस दौरान उन्होंने कई क्रिकेटर्स को ट्रेनिंग दी, जो आज स्टेट, नेशनल लेवल पर क्रिकेट खेल रहे हैैं. नरेंदर के मुताबिक, उदित्य जब उनके पास आया था तब उसकी उम्र महज ढाई साल थी. उसे बल्ला पकडऩा भी नहीं आता था. हालांकि बीते कुछ समय में उसने सीखने की जबर्दस्त क्षमता दिखाई. उसे जो टास्क दिया जाता है, वो पूरे दिल से उसे करने में जुट जाता.
7 साल का मेच्योर खिलाड़ी
नरेंदर ने बताया कि लॉकडाउन में जब पूरा देश रुक गया था, तब भी उदित्य की प्रैक्टिस नहीं रुकी. वह घर पर ही प्रैक्टिस करता रहा. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मैैं भी उसे टिप्स देता रहा. लॉकडाउन खुलते ही उसने पर्सनली मुझसे कोचिंग लेना शुरू किया. क्रिकेट के प्रति उसकी रुचि देखकर मैैं दंग हूं. उसका टैलेंट खास है. नेट्स पर उसका फुटवर्क, टाइमिंग और प्लेसमेंट किसी मेच्योर खिलाड़ी जैसा है.
विराट के कोच ने की तारीफ
नरेंदर ने बताया कि मैैंने कुछ समय पहले ही उदित्य की बैटिंग के फुटेज को फेसबुक पर शेयर किया था. विराट के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने उस फुटेज को देखा और मुझे फोन करके बधाई दी. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये खास टैलेंट है, इसे संभालकर रखना. नरेंदर के मुताबिक, शुरुआत में उदित्य के साथ थोड़ी दिक्कतें आईं, उसको खड़े होने का बैलेंस सिखाया और अब उसकी प्रगति देखकर खुश हूं. मुझे पूरी उम्मीद है कि ये खिलाड़ी एक दिन मेरा और शहर का नाम जरूर रोशन करेगा.