प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में सभी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। सभी मुख्य विभाग भाजपा के पास ही हैं , जहाँ तक बात 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश की है तो उसे कुछ ख़ास नहीं मिला है। यहाँ पर प्रधानमंत्री मोदी और राजनाथ सिंह जो दोबारा रक्षा मंत्री बनाये गए हैं उनको शामिल नहीं किया गया है.
बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश से भाजपा, मोदी और शाह को बड़ी निराशा मिली है और माना जा रहा है कि भाजपा को अपने दम पर बहुमत न आने में उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा हाथ है, अगर भाजपा यहाँ अपनी पुरानी परफॉर्मन्स भी दोहरा देती तो भाजपा को अपने दम पर बहुमत मिल जाता और उसे सहयोगियों का मोहताज न बनना पड़ता। एनडीए को यूपी में इस बार 37 सीटें ही मिली हैं। शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को छोड़कर अन्य मंत्रियों को हल्का विभाग मिला है।
प्रधानमंत्री ने खुद अपने पास कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष और सभी महत्वपूर्ण नीति संबंधी मंत्रालय रखा है। वहीँ रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी एकबार फिर राजनाथ सिंह को सौंपी है। इसके अलावा रालोद के जयंत चौधरी को कौशल विकास विभाग में स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है, साथ ही उन्हें शिक्षा विभाग का राज्य मंत्री भी बनाया गया है। जितिन प्रसाद को वाणिज्य एवं उद्योग के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। अनुप्रिया पटेल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का राज्य मंत्री के साथ रसायन एवं उर्वरक विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है। आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल को मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के साथ ही पंचायती राज विभाग का राज्य मंत्री बनाया गया है। वहीँ अन्नपूर्णा देवी महिला एवं बाल विकास विभाग की राज्य मंत्री बनी हैं।