निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से एक दिन पहले यानी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। राजीव कुमार ने कहा 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ 39 पुनर्मतदान देखे गए।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है।सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। उसके आधे घंटे बाद ही हम EVM की गिनती शुरू कर देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है।
उन्होंने कहा कि मतगणना और अन्य चुनाव प्रक्रिया के लिए एक बहुत मजबूत प्रणाली है। सिस्टम में कोई समस्या नहीं हो सकती। मानवीय त्रुटि किसी से भी हो सकती है। हम उससे निपटेंगे। चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस चुनाव से हमें दो सीख मिलीं। पहली- चुनावों से सबसे बड़ी सीख यह है कि मतदान प्रक्रिया गर्मियों से पहले पूरी हो जानी चाहिए और दूसरी- चुनाव आयोग गलत मतदाता सूची और मतदान के आंकड़ों के बारे में झूठी कहानियों को समझने में विफल रहा। इससे लड़ने के लिए और तैयारी करनी होगी।
चुनाव आयोग से जब इस बारे में पूछा गया कि शुक्रवार और सोमवार को मतदान क्यों कराये गए, जिसपर उन्होंने कहा कि यह भी चुनाव आयोग के लिए सीखने वाली बात है। मतदान सोमवार और शुक्रवार को नहीं कराए जाने चाहिए। राजीव कुमार ने कहा कि हमने विधानसभा चुनावों में ऐसा ही किया था लेकिन यह इतनी बड़ी प्रक्रिया है कि हम इस बार इसे नहीं कर पाए। इसके लिए चुनाव आयुक्त ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों, परीक्षाओं और सुरक्षा बलों के मूवमेंट की वजह से ऐसा हुआ।