नई दिल्ली। इस बार बसंत पंचमी 2023 पर चार दुर्लभ संयोगों का मिलन होगा। 26 जनवरी को मां सरस्वती के प्राकट्योत्सव पर्व पर सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग लग रहा है। इस दिन शिव योग और रवि योग का भी मिलन होगा। ऐसे शुभ ग्रहों की युति इस बार बसंत पंचमी को बेहद खास बना रही है। माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी इस बार 26 जनवरी को पड़ेगी।
ज्योतिषाचार्य पं. कैलाश नाथ के अनुसार इस बार बसंत पंचमी पर ऋतुराज का आगमन चार योगों के साथ होगा। शिव योग दोपहर 3:28 बजे तक रहेगा इसके बाद सिद्धि योग लगेगा। इसी तरह रवि योग शाम 6:57 शुरू होगा तो सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 6:57 से शुक्रवार की सुबह 7:12 बजे माना जाएगा। ऐसे में वसंत पंचमी स्नान पर्व पर संगम में डुबकी फलदायी होगी।
बसंत पंचमी के दिन जरूर करें ये काम
बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का वस्त्र पहनाना चाहिए। देवी सरस्वती को पूजा के दौरान पीले रंग फूल अर्पित करें। जिन छात्रों का मन पढ़ाई में नहीं लगता उन्हें परीक्षा में उचित परिणाम की प्राप्ति नहीं होती। वो बसंत पंचमी के दिन पूर्व, उत्तर या ईशान कोण में बैठकर पढ़े। इससे छात्रों का मन एकाग्र होता है। जब पढ़ाई में मन न लगे तो बसंत पंचमी के दिन ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः मंत्र का जाप करें।
जिन लोगों के दांपत्य जीवन में किसी तरह की कोई परेशानियां हो उन्हें बसंत पंचमी के दिन रति और कामदेव की पूजा करनी चाहिए और तरह-तरह के कई फूल अर्पित करने चाहिए। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को केसर और पीला टीका लगाएं। उन्हें पीले वस्त्र जरूर अर्पित करें। पूजा के बाद माथे पर पीला टीका लगाना फलदायी माना गया है। बसंत पंचमी के दिन 2 से 10 वर्ष की आयु की कन्याओं को पीले मीठे चावल का भोज कराए। उनके पैर स्पर्श करते हुए पूजा आराधना करें।