जम्मू। कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से बंद श्री अमरनाथ तीर्थयात्रा इस बार फिर से शुरू हो रही है। अमरनाथ तीर्थयात्रा को लेकर सेना और सरकार की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बार बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जाने के लिए हर श्रद्धालु के पास आधार कार्ड अनिवार्य का दिया है। यानी बिना आधार कार्ड के बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं हो सकेंगे। अगर आधार कार्ड नहीं होगा तो बाबा बर्फानी के दर्शन से श्रद्धालु वंचित हो सकता है। इस कारण जरूरी है कि जिन श्रद्धालुगण के पास आधार कार्ड नहीं है वह बनवा लें। इसके बाद इसको प्रमाणित भी करवा लें। इस बारे में अब जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अधिसूचना जारी की है। इस वर्ष अमरनाथ की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता के लिए 35 हजार श्रमिकों का पंजीकरण बालटाल और पहलगाम में किया गया है।
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इतना ही नहीं,श्रद्धालुओं को खच्चर की सुविधा उपलब्ध कराने वालों को रेडियो फ्रैक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन डिवाइस यानी आरएफआइडी कार्ड मुहैया कराया जाएगा। बता दें अमरनाथ यात्रा आगामी 30 जून से शुरू हो सकेंगी। अमरनाथ यात्रा आगामी 11 अगस्त तक चलेगी। यानी रक्षाबंधन के दिन अमरनाथ यात्रा का समापन होगा। अमरनाथ की पवित्र गुफा में आज मंगलवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पवित्र हिमलिंग स्वरूप भगवान शंकर की पहली पूजा होगी। इसमें अमरनाथ श्राइन बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार और बोर्ड के अन्य पदाधिकारी के अलावा श्री अमरनाथ यात्री न्यास पदाधिकारी भी भाग लेंगे। अमर नाथ श्राइन बोर्ड प्रतिवर्ष तीर्थयात्रा के शुभारंभ से पहले ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पवित्र गुफा में भगवान शंकर की पूजा अर्चना और हवन का आयोजन करवाता है।