धर्मशाला में आज से शुरू हुए टेस्ट श्रंखला के पांचवें मैच के पहले दिन 3-1 से पिछड़ी इंग्लैंड टीम की शुरुआत तो काफी मज़बूत हुई थी मगर कुलदीप और अश्विन ने ऐसा जादू जगाया कि तीन घंटे में पूरी टीम पवेलियन वापस लौट गयी. इंग्लैंड टीम का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 137 रन था मगर शेष सात विकेट मात्र 81 रन ही जो सके और पूरी टीम 218 रनों पर ढेर हो गयी. इंग्लैंड का मिडिल और लोअर मिडिल आर्डर एकबार नाकाम रहा, इस बार उनके टैलेन्डर भी काम न आ सके जो श्रंखला में अबतक बल्ले से काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और टीम को शर्मनाक स्थिति से निकाल लेते थे.
इंग्लैंड की इस बदहाली के ज़िम्मेदार अपना कुलदीप और अश्विन रहे जिन्होंने मिलकर 9 विकेट का आपस में बंटवारा कर लिया, एक विकेट जडेजा के हिस्से में आया. वहीँ तेज़ गेंदबाज़ों बुमराह और सिराज को कोई विकेट हासिल नहीं हुआ जबकि दोनों ने मिलकर 21 ओवर फेंके थे. कुलदीप ने जहाँ पंजा लगाया वहीँ अपने सौवें टेस्ट को यादगार बनाते हुए रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट चटकाए।
ज़ैक क्रॉली और बेन डकेत ने इंग्लैंड को एकबार फिर अच्छी शुरुआत दी और दोनों ने मिलकर 64 रन बनाये, खतरनाक होती इस साझेदारी को कुलदीप ने डकेत को आउट करके तोड़ा। इंग्लैंड का अगला विकेट ओली पॉप के रूप में 100 रन पर गिरा, ये विकेट भी कुलदीप के खाते में गया. 137 के स्कोर पर खतरनाक बन रहे ज़ैक क्रॉली को भी कुलदीप ने 79 रनों पर चलता कर टीम को बड़ी राहत दिलाई. जो रुट और जॉनी बेयरस्टो ने कुछ देर के लिए विकटों के गिरने के सिलसिले को रोका लेकिन 175 के स्कोर पर चौथे विकेट के रूप में कुलदीप ने अपने पंजे का चौथा शिकार बनाया। आँखें जमा चुके रुट को जडेजा उसी स्कोर पर आउट कर इंग्लैंड को तगड़ा झटका दिया।
इसके बाद अश्विन का दौर शुरू हुआ और इंग्लैंड के बाकी पांच बल्लेबाज़ मात्र 43 रन ही और जोड़ सके. कुलदीप ने कप्तान स्टोक्स को खाता भी नहीं खोलने दिया और अपने पांच विकेट पूरे किये, बाकी चार विकेट अश्विन ने समेट दिए.