5 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.11 अरब डॉलर बढ़कर 615.97 अरब डॉलर हो गया है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक अक्टूबर, 2021 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। केंद्रीय बैंक ने कहा कि पिछले साल से हम विकास के दबाव के बीच रुपये की विनिमय दर को बनाए रखने के लिए currency reserves का उपयोग कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों में कहा गया है कि 15 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा संपत्ति 8.34 अरब डॉलर बढ़कर 545.04 अरब डॉलर हो गई.
बता दें कि डॉलर में व्यक्त यूरो, पाउंड और येन जैसी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां गैर-अमेरिकी मुद्राओं में उतार-चढ़ाव के प्रभावों को ध्यान में रखती हैं। RBI के मुताबिक, सोने के भंडार का मूल्य 446 मिलियन डॉलर बढ़कर 47.577 बिलियन डॉलर हो गया। विशेष आहरण अधिकार (SDR ) 135 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.323 बिलियन डॉलर हो गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास रखा देश का मुद्रा भंडार 181 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.02 अरब डॉलर हो गया.
बता दें कि किसी भी देश को जरूरत पड़ने पर विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है। इसके बढ़ने से सरकार और देश के केंद्रीय बैंक को आर्थिक वृद्धि में गिरावट के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी बाहरी या आंतरिक वित्तीय संकट से निपटने में मदद मिलती है। विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक मोर्चे पर संकट के समय देश को आरामदायक स्थिति प्रदान करता है।