Loksabha election 2024: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय आज वाराणसी पहुंचे। जहां पर उनका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया है। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। प्रियंका गांधी अगर चाहें तो वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं। हमारा एक-एक कार्यकर्ता जान लगा देगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय आज शुक्रवार को गृह जनपद वाराणसी पहुंचे।
अजय राय के स्वागत में कांग्रेस कार्यकर्ता का हुजूम
बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अजय राय के स्वागत में कांग्रेस कार्यकर्ता का हुजूम उमड़ा। इस दौरान अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। एक सवाल के जवाब में अजय राय ने कहा स्मृति ईरानी बौखला गईं हैं। वो 13 रुपए किलो चीनी दिला रहीं थीं। उन्होंने पूछा कि 13 रुपए किलो चीनी मिल रहा है क्या? अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व ने जो विश्वास उन पर किया है उस विश्वास को लेकर आम जनता के बीच में जाएंगे। आप कैमरा घुमाकर देखिए… वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर बातचीत में अजय राय ने मीडिया से कहा आप कैमरा घुमाकर देखिए, यहां बूथ लेवल का गांव के कार्यकर्ता खड़े हैं। गांव में कांग्रेस भाजपा को चुनाव हराएगी। बनारस की धरती महादेव की है। महादेव की धरती से बिगुल बजा है। जिसका असर यूपी में देखने को मिलेगा।
भाजपा में क्या है
अजय राय ने कहा कि भाजपा में क्या है, जो आप को गाली देता रहा। आप को मठ में भेजता रहा आप को गुजरात भेजता रहा। आज आप ने उसे गठबंधन में ले लिया। उसे माला पहना रहे हैं। उसका स्वागत कर रहे हैं। पहले भाजपा को गिरेबां में झांकना चाहिए। यह पूछने पर कि सबसे बड़ा मुद्दा क्या रहेगा। इस पर अजय राय ने कहा कि प्रदेश में जो माहौल बना है। वही मुद्दा रहेगा। बेरोजगारी, महंगाई और जो डराकर अपने साथ लेने का माहौल चल रहा है। ईडी-सीबीआई का डर दिखा कर लोगों को साथ जोड़ा जा रहा है।
अपने को राहुल गांधी का सिपाही और कार्यकर्ता बताया
अजय राय ने अपने को राहुल गांधी का सिपाही और कार्यकर्ता बताया। उन्होंने कहा जो लड़ाई पूरी मजबूती के साथ भाजपा और नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ी थी। अब इसे चंदौली से गाजियाबाद तक ले जाया जाएगा। लोकसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की जीत होगी। अजय राय ने कहा कि वे आम कार्यकर्ता और साधारण व्यक्ति हैं। सबसे पहले गाजीपुर शहीदों को नमन करने जा रहे हैं। ये संघर्ष करने का परिणाम है कि आज यह पद मिला है।