शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के हिसार में एक चुनावी रैली में कहा कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह ही हरियाणा चुनाव में भी कांग्रेस को नकार दिया जाएगा, जहां भी कांग्रेस सत्ता में आती है, वहां स्थिरता नहीं हो सकती। जब कोई पार्टी अपने नेताओं के बीच एकता नहीं बना पाती, तो वह राज्य में स्थिरता कैसे ला सकती है। मोदी ने कहा कि हरियाणा में जीतने पर कांग्रेस में इस बात को लेकर लड़ाई चल रही है कि मुख्यमंत्री कौन होगा। “पिता और पुत्र” दोनों ही दावेदारी कर रहे हैं। दोनों ही दूसरे दावेदारों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देखकर प्रदेश की जनता कांग्रेस को नकार रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हर गुट हर सीट पर दूसरे को मात देने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस दलितों और पिछड़ों का स्वागत नहीं करती और पूरे समुदाय से नफरत करती है, क्योंकि उसे पता है कि दलित उन्हें वोट नहीं देते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में दलितों पर अत्याचार हुए, लेकिन पार्टी चुप रही। कांग्रेस ने अमेरिका में कहा कि वह दलितों और पिछड़ों के लिए आरक्षण खत्म कर देगी। दलित समाज कांग्रेस के शासन में हुए अत्याचारों को नहीं भूल सकता। मोदी ने कहा, “मैं जहां भी गया, मैंने देखा कि कोई भी कांग्रेस का स्वागत नहीं करता।”
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि जब कांग्रेस किसानों के कल्याण की बात करती है, तो उन्हें अपने नेताओं से कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश के बारे में पूछना चाहिए कि वे कहां सत्ता में हैं और क्या कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “वे यहां बात करते हैं लेकिन उन राज्यों में कुछ नहीं करते। उन्होंने कहा कि आज की कांग्रेस शहरी नक्सलियों के कब्जे में है। कांग्रेस के नेता विदेश जाकर ऐसे लोगों से मिलते हैं जो भारत के दुश्मनों की भाषा बोलते हैं। वे वही बोलते हैं जो भारत के हितों का विरोध करने वालों को पसंद है। उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान को कांग्रेस की नीतियां क्यों पसंद हैं।
पीएम ने कहा, कांग्रेस कहती है कि वह जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करना चाहती है; क्या वह वहां पत्थरबाजी को फिर से शुरू करना चाहती है। पार्टी चाहती है कि पत्थरबाजी करने वालों को रिहा किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 28 सितंबर है। 28 सितंबर की रात को ही भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, भारत के दुश्मनों को बताया था कि भारत अब उनके घर में घुसकर उनके दुश्मनों को खत्म करेगा। कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगती है और सेना प्रमुख को अपशब्द कहती है। क्या देश ऐसी पार्टी को स्वीकार करेगा, जिसने दशकों तक सेना को वन रैंक वन पेंशन देने से इनकार किया।