अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने जानकारी दी है कि अयोध्या जिले की सदर तहसील का सर्किल रेट अगले महीने बुधवार से 200 फीसदी बढ़ जाएगा, इसका नोटिफिकेशन भी हो चूका है और अख़बारों में प्रकाशित भी. अगले महीने के पहले सप्ताह में नए सर्किल रेट जारी कर दिए जाएंगे। यानि अयोध्या में ज़मीन खरीदना अब टेढ़ा मामला बनने जा रहा है. सर्किल रेट बढ़ाये जाने के फैसले पर राजनीती भी शुरू हो गयी है, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए मंडलायुक्त ने ये फैसला लिया है।
राम मंदिर क्षेत्र के पास और हाईवे के किनारे की जमीन पिछले तीन सालों में सर्किल रेट से 41 फीसदी से लेकर 1,235 फीसदी तक ज्यादा कीमत पर खरीदी गई है। ऐसे में अनुमान है कि प्रमुख इलाकों में जमीन के सर्किल रेट 200 फीसदी तक बढ़ जाएंगे। रियल एस्टेट कंपनियां और बड़ी होटल चेन अयोध्या में ऊंचे दामों पर जमीन खरीद रही हैं। भूस्वामियों को बैंक ट्रांसफर के माध्यम से सर्किल रेट के अनुसार भुगतान किया जा रहा है और बड़ी राशि नकद दी जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन 4 सितंबर के बाद नया सर्किल रेट जारी करेगा, जिसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अयोध्या के जिलाधिकारी सीवी सिंह के निर्देश पर उत्तर प्रदेश स्टांप (संपत्ति का मूल्यांकन) 1997 के नियम 4 के अंतर्गत जिले में मूल्यांकन सूची के संशोधन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया गया है। एसडीएम, तहसीलदार और सब रजिस्ट्रार ने संयुक्त रूप से सर्वे कर वर्ष 2024 के लिए संशोधित सर्किल रेट तैयार कर लिया है। जनवरी में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण शहर और आसपास बड़े पैमाने पर निर्माण गतिविधि के बाद संपत्ति की दरें आसमान छू रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी ने वर्तमान बाजार की गतिशीलता के अनुसार सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। यहां दरों में अंतिम बार 2017 में संशोधन किया गया था।