RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज नई मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया गया है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का फैसला किया है और रेपो रेटो को 6.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रखा है। ऐसा छठा मौका है जब केंद्रीय बैंक की एमपीसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ब्याज दरों की समीक्षा के लिए RBI एमपीसी की बैठक 6 फरवरी से लेकर 8 फरवरी तक हुई थी। इससे पहले दिसंबर 2023 में भी एमपीसी ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा था। केंद्रीय बैंक के इस एलान से आम आदमी को अब सस्ती होम लोन या कार लोन की ईएमआई का लाभ नहीं ले पायेगा.
केंद्रीय बैंक ने पिछले साल फरवरी की मॉनिटरी पालिसी में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर तय किया था अभी भी बरकरार है. बताया जा रहा है कि केंद्रीय बैंक महंगाई को कंट्रोल करने के लिए ये द्विमासिक मौद्रिक नीति पेश की है, ध्यान रहे कि कुछ महीनों बाद देश चुनाव हैं और मंहगाई एक बड़ा चुनावी मुद्दा है जिसपर सरकार लाचार नज़र आ रही है, हालाँकि उसके दावे एक अलग ही कहानी पेश करते हैं लेकिन सच्चाई यही है कि आज देश के आम आदमी की मंहगाई से कमर टूट चुकी है, इसलिए सरकार ये नहीं चाहती कि कम से कम चुनाव तक ये और बेकाबू न हो.
मौद्रिक नीति का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने वैश्विक स्तर पर अनिश्चतता के बीच देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती का दावा किया, उनका दावा है कि देश की आर्थिक वृद्धि के साथ महंगाई में कमी आई है. MPC ने बताया कि महंगाई को काबू में रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए ब्याज दरों में नरम रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है. शक्तिकांत दास ने कहा कि अधिकतर विश्लेषकों का अनुमान है कि देश की अर्थव्यवस्था तेज़ी से आगे बढ़ रही है।