119 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमेरिका का दूसरा विमान शनिवार रात अमृतसर में उतरने वाला है जिसपर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र पर हमला जारी रखते हुए कहा कि वह इस पवित्र शहर को “डिपोर्ट सेंटर” न बनाए। 5 फरवरी को हथकड़ियों और बेड़ियों में जकड़े 104 अवैध भारतीय निर्वासितों को लेकर अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को हवाई अड्डे का दौरा किया और कहा कि उनकी सरकार ने निर्वासितों के दूसरे जत्थे में शामिल पंजाब के निवासियों को उनके गृहनगर ले जाने की व्यवस्था की है। मान ने कहा कि दूसरे राज्यों से आए निर्वासित रविवार सुबह एक उड़ान से अमृतसर से दिल्ली जाएंगे और फिर उन्हें उनके संबंधित स्थानों पर ले जाया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अमेरिका से दूसरा डिपोर्ट विमान शनिवार रात करीब 10 बजे अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए मान ने केंद्र पर हमला जारी रखा और कहा, “हमारे पवित्र शहर अमृतसर को डिपोर्ट सेंटर मत बनाइए।” पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कई एयरबेस हैं और विमान को उनमें से किसी एक पर उतारा जा सकता है।
यह पूछे जाने पर कि क्या निर्वासितों का दूसरा जत्था बेड़ियों में जकड़ा होगा, उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को अवैध रूप से निर्वासित भारतीयों को लाने के लिए अपना विमान भेजना चाहिए था।
अवैध प्रवास पर कार्रवाई के लिए डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के वादे के तहत अमेरिका से निर्वासित किए जा रहे 119 भारतीयों के दूसरे जत्थे में से 100 अकेले पंजाब और हरियाणा से हैं। इनमें से 67 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, तीन उत्तर प्रदेश से, दो-दो गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं।